हम अंधेरे नहीं उजाले हैं,
आपके साथ रहने वाले हैं
प्यार से बांह में भरो, हम भी
टेडीबीयर से भोले भाले हैं

ज़िंदगी ग़म से जोड़ मत देना,
बुलबुला हूँ मैं फोड़ मत देना,
टेडीबीयर तो इक खिलौना है-
दिल समझ कर के तोड़ मत देना।

रचनाकार- कवि विष्णु सक्सेना