लखनऊ 09 अक्टूबर । लखनऊ के कांशीराम स्मारक स्थल पर गुरुवार को बसपा की रैली में मायावती ने संबोधन किया। मंच से मायावती ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। वहीं, बीजेपी को लेकर एक बार फिर मायावती का नरम रुख दिखाई दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने एक फैसले पर पीएम नरेंद्र मोदी को अपना समर्थन भी दिया। मायावती ने कहा, कि यूपी में कासगंज जिले का नाम मान्यवर कांशीराम नगर के नाम से रखा था। जैसे ही सपा पावर में आई, उन्होंने नाम बदल दिया। मायावती ने कहा, इमरजेंसी के दौरान संविधान को कुचला गया। बाबा साहेब को संसद नहीं पहुंचने दिया था। बाबा साहेब को भारत रत्न नहीं दिया था। सपा ने कांशीराम का हमेशा अपमान किया। दलित समाज को जागरूक होना होगा। मायावती ने भाजपा के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की। पार्टी संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, “हम वर्तमान सरकार के आभारी हैं क्योंकि समाजवादी पार्टी सरकार के विपरीत, इस स्थान पर आने वाले लोगों से एकत्र किए गए धन को वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा दबाया नहीं गया है… जब हम सत्ता में थे, और यह स्मारक स्थल बनाया गया था, तो हमने उन लोगों के लिए टिकट प्रदान करने का फैसला किया जो इसे देखना चाहते थे, और इससे उत्पन्न राजस्व का उपयोग अन्य चीजों पर नहीं किया जाएगा, बल्कि इसका उपयोग लखनऊ में बने पार्कों और अन्य स्मारक स्थलों के रखरखाव के लिए किया जाएगा। मायावती ने कहा, कि आप बसपा शासनकाल में बने कांशीराम स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि देने आए हैं। इस स्मारक के कुछ हिस्सों की समय पर मरम्मत नहीं हो पाई थी, जिसके कारण आप उन्हें पुष्पांजलि अर्पित नहीं कर पाए थे। लेकिन अब जबकि इसका अधिकांश भाग पूरा हो चुका है, आपने अपने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और लाखों की संख्या में कांशीराम को श्रद्धांजलि देने आए हैं
केंद्र के फैसले का स्वागत करेंगे…
मायावती ने अपनी रैली में कहा, ‘जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई महिलाओं के सिंदूर उजड़ गए, जो बेहद दुखद है। अगर वहां पहले से सुरक्षा के इंतजाम किए गए होते, तो इस हमले को रोका जा सकता था। इसके साथ ही हमारी विदेश नीति भी जनहित में होनी चाहिए। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने जो टैरिफ लगाया है, उससे भी केंद्र सरकार को सचेत रहने की जरूरत है। हाल ही में केंद्र सरकार ने स्वदेशी को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भर होने की बात कही है, अगर ये फैसला हवा-हवाई साबित नहीं होता है, तो हमारी पार्टी केंद्र के इस फैसले का स्वागत करेगी।’
2027 में बीएसपी नहीं करेगी गठबंधन
लखनऊ रैली में मायावती ने यह भी कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में वह किसी दल के साथ गठबंधन नहीं करेंगी। 1993 और 1996 के चुनावों का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा कि जब-जब बीएसपी ने दूसरे दलों के साथ गठबंधन किया है, तो पार्टी की सीटें भी घटीं और वोट शेयर भी कम हुआ। मायावती ने कहा कि गठबंधन में बीएसपी का वोट तो दूसरे दलों को ट्रांसफर हो जाता है, लेकिन सवर्ण समाज का वोट उनकी पार्टी को नहीं मिलता। इसलिए, 2027 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी अकेले ही मैदान में उतरेंगी।
कोई कसर नहीं छोडूंगी… यूपी में पांचवी बार बनेगी बसपा की सरकार
मायावती ने कहा कि इस रैली में अन्य दलों की तरह पैसे देकर लोग नहीं बुलाए गए हैं बल्कि अपनी खून-पसीने की कमाई खर्च कर आए हैं। इस रैली ने यहां पर हुई पहले सभी रैलियों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इससे लगता है कि 2027 में यूपी में एक बार फिर पूर्ण बहुमत से बसपा की सरकार बनेगी। उन्होंने वादा किया कि वह कोई कसर नहीं छोड़ेंगी।
बसपा सरकार लाने के लिए छोटी-छोटी सभाएं करें समर्थक
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बिकाऊ लोगों को खरीदकर बसपा को कमजोर करने की हो रही साजिश
मायावती ने कहा कि 2007 में यूपी में पूर्ण बहुमत की बसपा की सरकार आने के बाद जातिवादी पार्टियों कांग्रेस, भाजपा व सपा ने षडयंत्र किया और बसपा को केंद्र की सत्ता तक नहीं पहुंचने दिया। रही सही कसर ईवीएम की मदद ली जबकि बैलेट पेपर से चुनाव हो सकते हैं। इन दलों ने अब दलित वोटों को बांटने के लिए बिकाऊ लोगों को खरीदकर बसपा को कमजोर करने की साजिश कर रही हैं।
‘हाथ में संविधान की कापी लेकर नाटकबाजी कर रहे हैं कांग्रेस के लोग’
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सत्ता से बाहर होने पर ही सपा को पीडीए की याद आती है
मायावती ने अपने भाषण के प्रारंभ में ही सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अभी मैंने सुना कि अखिलेश यादव ने सत्ता में आने पर कांशीराम का स्मारक बनाने की बात कही लेकिन जब सत्ता में थे तो कभी ऐसा नहीं किया। ये लोग जब सत्ता में नहीं होते हैं तो इन्हें बसपा के नेता और दलित समाज के संतों की याद आती है जब सत्ता में आते हैं तो कुछ नहीं याद रहता है। ऐसे दोगले लोगों से सावधान रहना चाहिए। बसपा की सरकार रहते हुए मैंने जिन स्मारकों का नाम कांशीराम जी के नाम पर रखा उन्हें सपा की सरकार आने पर बदल दिया गया।
यूपी की भाजपा सरकार का जताया आभार, कहा- सपा की तरह पैसा नहीं दबाया
मायावती ने अपना संबोधन शुरू करते हुए पार्टी संस्थापक कांशीराम को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने बड़ी संख्या में आए हुए कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। मायावती ने कहा कि बसपा सरकार में कांशीराम के सम्मान में स्मारक स्थल बनाया गया था। उन्होंने योगी सरकार का भी आभार जताया और कहा कि स्मारक के देखने आने वालों की टिकट से आया पैसा इस सरकार ने सपा की सरकार की तरह टिकट का पैसा दबाकर नहीं रखा। भाजपा सरकार ने ऐसा नहीं किया बल्कि स्मारक के रखरखाव के लिए खर्च किया।
बसपा की सरकार होने पर ही मिलेगा आरक्षण का सही लाभ
आकाश आनंद ने कहा कि यहां पर लाखों की संख्या में बसपा के समर्थक आए हुए हैं। समर्थकों के उत्साह को देखते हुए लगता है कि 2027 यूपी में पांचवी बार बसपा की पूर्ण बहुमत से सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि बसपा की सरकार होने पर ही दलितों और पिछड़ों को आरक्षण का सही लाभ मिल सकता है। बसपा की पहले रही सरकारों में देखा भी गया है। राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के साथ ही अन्य राज्यों की सरकारों में हिस्सेदारी करेगी।
जातिवाद के पीड़ितों को मान-सम्मान की जिंदगी मायावती ने दी : आकाश
कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर महारैली में आकाश आनंद ने कहा कि आरक्षण अभी पूरा नहीं मिल पाया है। बसपा बाबा साहब की रास्ते पर चल रही है। मायावती कांशीराम के अधूरे काम को पूरा करने में लगीं हैं। यूपी की जनता को मायावती की जरूरत है। जातिवाद के पीड़ितों को मान-सम्मान की जिंदगी मायावती ने दी है। बसपा को मजबूत करके सत्ता में लाना है। बसपा सरकार में आरक्षण का सही लाभ मिल सकता है। यूपी में बसपा को सत्ता में जरूर लाना है।