आगरा 20 नवंबर । शारदा यूनिवर्सिटी आगरा “Education & Skilling in an Era of NEP 2020 & AI” विषय पर प्रिंसिपल्स’ कॉन्क्लेव 2025 का आयोजन करने जा रही है। यह कॉन्क्लेव विद्यालयों के प्रधानाचार्यों, शिक्षाविदों, विशेषज्ञों और नीति-निर्माताओं को एक साझा मंच प्रदान करेगा, जहां नई शिक्षा नीति 2020 तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित शिक्षा प्रणाली के अवसरों और चुनौतियों पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। कार्यक्रम से पूर्व यूनिवर्सिटी के जवाहर नगर, खंदारी स्थित हेड ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, जिसमें मीडिया प्रतिनिधियों को कॉन्क्लेव की थीम, उद्देश्य, संरचना और प्रमुख गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य विद्यालय शिक्षा को नई शिक्षा नीति और आधुनिक तकनीकों के अनुरूप अधिक सक्षम, कौशल आधारित और नवाचार उन्मुख बनाना है। कॉन्क्लेव में शिक्षा नेतृत्व को भविष्य का दृष्टिकोण मिलेगा, स्कूल–विश्वविद्यालय सहयोग बढ़ेगा और शिक्षक प्रशिक्षण तथा स्किलिंग के नए अवसर सामने आएंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछे गए प्रश्नों—जैसे कार्यक्रम की रूपरेखा, भागीदारी, थीमैटिक सेशंस, मुख्य वक्ताओं और शिक्षा नीतियों के भविष्य—का विस्तृत उत्तर विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों द्वारा दिया गया। उन्होंने बताया कि कॉन्क्लेव में पैनल डिस्कशन, विशेषज्ञ संबोधन और विभिन्न थीमैटिक सत्र शामिल होंगे, जिनका उद्देश्य शिक्षा प्रणाली को अधिक प्रभावी और शिक्षार्थी-केंद्रित बनाना है।
कॉन्क्लेव के मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. अशोक गांगुली, पूर्व अध्यक्ष–सीबीएसई, उपस्थित रहेंगे। वे नई शिक्षा नीति 2020 और कौशल आधारित शिक्षा के भविष्य पर अपने विचार साझा करेंगे। यह कार्यक्रम 22 नवंबर 2025 (शनिवार) दोपहर 12 बजे शारदा यूनिवर्सिटी आगरा कैंपस में आयोजित होगा। इस अवसर पर वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) जयंती रंजन ने कहा कि NEP 2020 भारतीय शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन का बड़ा अवसर लेकर आई है, और इस प्रकार के सम्मेलन शिक्षा नेतृत्व के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। वहीं चांसलर श्री पी.के. गुप्ता तथा प्रो चांसलर श्री वाई.के. गुप्ता ने कॉन्क्लेव की सफलता के लिए शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह आयोजन स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और नवाचार के नए मार्ग प्रशस्त करेगा। शारदा यूनिवर्सिटी आगरा के निदेशक–आउटरीच साइबल चटर्जी ने बताया कि यह कॉन्क्लेव सहयोग, नवाचार और भविष्य उन्मुख सोच को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने कहा कि डॉ. अशोक गांगुली जैसे प्रतिष्ठित वक्ता की उपस्थिति इस आयोजन को अत्यंत सार्थक बनाएगी। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय प्रशासन ने मीडिया प्रतिनिधियों का धन्यवाद व्यक्त करते हुए आशा जताई कि प्रिंसिपल्स’ कॉन्क्लेव 2025 शिक्षा जगत में नई दिशा और सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा।











