हाथरस 07 जून । इस खरीफ सीजन में हाथरस जनपद में मक्का की फसल ने उत्पादन और मूल्य दोनों के स्तर पर रिकॉर्ड सफलता हासिल की है। किसानों ने इस बार पिछले साल की तुलना में तीन गुना अधिक क्षेत्रफल में मक्का की बुवाई की, जिससे रिकॉर्ड पैदावार हुई है। मंडियों में भी मक्का के अच्छे दाम मिलने से किसानों में खुशी की लहर है।
15 हजार हेक्टेयर में हुई मक्का की बुवाई
कृषि विभाग के अनुसार, पिछले वर्ष जिले में मात्र 5,000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में मक्का की खेती की गई थी, जिससे करीब 1.25 लाख क्विंटल उत्पादन हुआ था। इस बार किसानों ने लगभग 15,000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में मक्का की बुवाई की है। फसल पक कर तैयार है और कटाई का कार्य शुरू हो चुका है। किसानों के अनुसार, इस बार औसतन 20 से 25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन हो रहा है, जिससे जिले में कुल उत्पादन 3.75 लाख क्विंटल से अधिक रहने की उम्मीद है।
मंडी में मक्का के भाव ने बढ़ाया उत्साह
किसान अपनी उपज मंडी में बेचने के लिए पहुँच रहे हैं, जहाँ मक्का के दाम भी उत्साहवर्धक हैं : गिली मक्का: ₹1200 से ₹1600 प्रति क्विंटल, सूखी मक्का: ₹1800 से ₹2050 प्रति क्विंटल। हालांकि पिछले वर्ष भी इसी अवधि में मक्का के दाम इसी रेंज में रहे थे, लेकिन इस बार उत्पादन अधिक होने के कारण किसानों को शुद्ध लाभ कहीं अधिक मिल रहा है।
हाथरस से अन्य राज्यों तक पहुंच रही मक्का
हाथरस में उगाई गई मक्का की मांग हरियाणा, पंजाब, बिहार, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों तक है। मक्का का उपयोग आटा, कॉर्नफ्लेक्स, पशु चारा और नमकीन उद्योग में होता है। स्थानीय स्तर पर भी यह नमकीन, चुर्री, पोला जैसी वस्तुओं के निर्माण में प्रयुक्त होती है।
कृषि विभाग ने की पुष्टि
जिला कृषि अधिकारी विभाति चतुर्वेदी ने बताया कि “पिछले वर्ष की तुलना में इस बार किसानों को मक्का से अधिक लाभ प्राप्त हुआ है। यही कारण है कि क्षेत्रफल में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। मक्का की उपज और बाजार भाव दोनों ही किसानों के पक्ष में रहे हैं।”