Hamara Hathras

15/09/2024 6:23 am

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हाथरस 16 अगस्त । कोलकाता में महिला डॉक्टर से रेप और मर्डर के सनसनीखेज कांड पर हंगामा थमता नहीं दिख रहा। इस घटना के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हाथरस सिटी ने कल शनिवार को नगर के सभी निजी अस्पतालों में हड़ताल का आह्वान किया है। हालांकि, आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी, लेकिन ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी। ऐसे में अस्पताल आने वाले मरीजों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। कोलकाता में बुधवार रात आरजी कर अस्पताल में हुई हिंसा के बाद, फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन, इंडिया ने भी अपनी राष्ट्रव्यापी हड़ताल फिर से शुरू करने का फैसला किया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हाथरस सिटी ने आज अलीगढ रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार से न्यार की गुहार लगाई है और कोलकाता में महिला डॉक्टर से दरिंदगी और फिर अस्पताल में तोड़-फोड़ की घटना पर सवाल उठाए। आईएमए ने इस जघन्य कांड की निंदा करते हुए कहा कि डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार का दायित्व है। उन्होंने बताया कि शनिवार को होने वाली हड़ताल के दौरान, मृत लेडी डॉक्टर के लिए न्याय, डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय कानून और अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित करने जैसी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे। कल नगर के सभी चिकित्सक जिला अस्पताल में एकत्रित होंगे और वहां से ज्ञापन देने जिलाधिकारी जो जाएंगे। वहीं शाम को सभी चिकित्सक अपने पूरे स्टाफ के साथ काली पट्टी बांधकर एक कैंडल मार्च भी निकालेंगे, जिसका समापन अलीगढ रोड स्थित स्वक्षता चौक पर होगा।

 इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हाथरस सिटी के पदाधिकारियों ने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शनिवार 17 अगस्त को सुबह 6 बजे सें रविवार 18 अगस्त को सुबह 6 बजे तक आपातकालीन और आंतरिक रोगी सेवाओं को छोड़कर सभी चिकित्सा सेवाओं को 24 घंटे के लिए राष्ट्रव्यापी बंद करने की घोषणा की है। अगर सरकार कोई ठोस समाधान नहीं निकलती है तब हमें और तीव्र आंदोलन के लिए बाध्य में होना पड़गा। इस आंदोलन के परिपेक्ष में भारतीय चिकित्सा संघ की प्रमुख मांगे निश्रांकित हैं।

प्रदेश की सेन्ट्रल वर्किंग कमिटी के सदस्य व नगर के वरिष्ठ चिकित्सक डा एसके राजू व आईएमए हाथरस सिटी के अध्यक्ष डा जितेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि हमारी मांग है कि उक्त घटना के दोषियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और अधिकतम सजा दिलाने के लिए उन पर त्वरित सुनवाई की जाए डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को सभी प्रकार के अत्याचारों से बचाने के लिए एक केंद्रीय कानून बनाया जाए। सचिव डा प्रदीप रावत व कोषाध्यक्ष डा भारत यादव ने मांग की कि सभी स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों को विशेष संरक्षित क्षेत्र घोषित करें। भारत में कहीं भी काम करने वाले मेडिकल छात्रों और सभी आधुनिक चिकित्सा डॉक्टरों की सुरक्षा से संबंधित सख्त नियमों को लागू करने के लिए राष्ट्रय चिकित्सा परिषद को सशक्त बनाया जाए । वरिष्ठ महिला चिकित्सक डा दीपिका शर्मा ने कहा कि ने कहा कि जिस महिला डॉक्टर की हत्या हुई, उनको न्याय मिले। डॉक्टरों को हिंसा से बचाने के लिए केंद्रीय कानून बनाया जाए और अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित किया जाए। उन्होंने कोलकाता अस्पताल में हुई तोड़फोड़ की भी निंदा की। वरिष्ठ महिला चिकित्सक डा दीपिका शर्मा ने कहा कि जब तक न्याय और सुरक्षा नहीं, तब तक ईलाज नहीं। हम साथी डॉक्टर के लिए इंसाफ चाहते हैं, जब तक न्याय नहीं मिल जाता, हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि हमें जूनियर ओर सीनियर्स का भी साथ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक चिकित्सकों की सेफ्टी नहीं होगी, तब तक इलाज नही होगा।

इस दौरान डॉ एस के राजू,डॉ विनोद सक्सैना, डॉ रमेश गुलाटी, डॉ अंजलि गुलाटी, डॉ जितेंद्र सिंह सोलंकी, डॉ प्रदीप रावत, डॉ भरत यादव, डॉ संजय कुमार अग्रवाल, डॉ मनोज शर्मा, डॉ केके शर्मा, डॉ दीपिका शर्मा, डॉ राजेश गौतम, डॉ सुनील कुमार अग्रवाल, डॉ माधवी शर्मा, डॉ पंकज शर्मा, डॉ केके शर्मा, डॉ समर सिंह, डॉ आरके सिंह, डॉ रवि दुबे, डॉ शालिनी गुप्ता, डॉ मीनाक्षी मिश्रा, डॉ अनुपम सिंह, डॉ अंकुल मित्तल, डॉ ललित पाठक, डॉ पूजा साहनी, डॉ अमित साहनी, डॉ प्रियंका दास जैन, डॉ निखिल जैन,डॉ दीपा गुप्ता, डॉ विकास शर्मा, डॉ स्वाति गोयल आदि के अलावा नगर के सभी डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ मौजूद रहा।

इसके अलावा कल शनिवार को कोलकता में 8-9 अगस्त की रात को हुए मेडिकल स्टूडेंट की भीभस्थ हत्याकांड के विरोध में एक शांतिपूर्ण कैंडल मार्च आपके अपने फोकस अल्ट्रासाउंड सेंटर से शुरू होकर गांधी तिराहे पर इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा निकले जा रहे कैंडल मार्च को अपना समर्थन देगा।

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