
मथुरा 08 जून । वृंदावन के उत्पाती बंदरों ने गुरुवार को फिर एक कारनामा कर दिया। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में फूल बंगला की सेवा करने आए व्यापारी परिवार की महिला श्रद्धालु के हाथ से किशोपुरा तिराहा पर हीरों के गहनों से भरा पर्स बंदर छीन कर ले गया। पर्स में लगभग 20 लाख रुपये कीमत की हीरे के गहने थे। श्रद्धालु परिवार ने बंदर का काफी दूर तक पीछा किया। लेकिन, वह पर्स को लेकर मकानों छतों पर चढ़ गया। पुलिस टीम ने रात के अंधेरे में आठ घंटे की मशक्कत के बाद लोगों की छतों से हीरों के गहनों को जुटाया और श्रद्धालु को सौंपे, लेकिन बंदर हाथ नहीं आया। गुरुवार देर शाम को अलीगढ़ निवासी अभिषेक अग्रवाल परिवार के साथ वृंदावन आए थे। व्यापारी परिवार ने शाम के समय ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में भव्य फूल बंगला सजवाकर सेवा की। रात साढ़े दस बजे वह बांकेबिहारी मंदिर से पैदल किशोरपुरा से होकर अलीगढ़ के लिए जा रहे थे। तभी किशोरपुरा तिराहा पर परिवार की एक महिला के हाथ से हीरों के गहनों से भरा पर्स छीनकर एक बंद समीप के मकान की छत पर चढ़ गया। श्रद्धालु और आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए। फ्रूटी देकर पर्स वापस लेने का प्रयास किया गया, लेकिन वह भी विफल रहा। जैसे-जैसे श्रद्धालु बंदर के पास पर्स लेने के लिए जाते वैसे ही बंदर एक छत से दूसरी छत पर पर्स लेकर भाग जाता। श्रद्धालु परिवार के निराश हाथ लगने पर उन्होंने बांकेबिहारी पुलिस चौकी को सूचित किया।
कोतवाली प्रभारी प्रशांत कपिल, बांकेबिहारी पुलिस चौकी प्रभारी व सिपाही बंदर से पर्स लेने के प्रयास में जुट गए। बंदर ने पर्स को फाड़ दिया और उसमें रखे जेवर जगह-जगह मकान की छतों पर बिखरा दिए। सुबह करीब छह बजे पुलिस को पर्स के साथ उसके जेवर खोजने में सफलता मिली। एक हीरा पन्ना से जड़ा हार, दो अंगूठी, दो टाप्स मिले। श्रद्धालु परिवार का कहना है कि गहनों की कीमत करीब बीस लाख रुपये है। बांकेबिहारी पुलिस चौकी प्रभारी शिवकुमार शर्मा ने बताया रात को बंदर श्रद्धालु महिला का पर्स लेकर भाग गया था। रात होने के कारण उसे खोजने में दिक्कत हुई, बंदर का पता नहीं चला।