हाथरस 23 फरवरी । नई शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत शिक्षकों को आधुनिक शिक्षण तकनीकों से सशक्त बनाने के उद्देश्य से सेकसरिया सुशीला देवी पब्लिक स्कूल में सक्रिय अधिगम की विविध पद्धतियों पर प्रशिक्षण कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। इसमें सीओई (उत्कृष्टता केंद्र, नोएडा) की विशेषज्ञ रिसोर्स पर्सन श्रीमती सोनू नय्यर और डॉ. आरती मित्तल ने शिक्षकों को सहभागितापूर्ण एवं क्रियाशील शिक्षण विधियों से अवगत कराया। कार्यशाला में शिक्षकों ने विभिन्न इंटरएक्टिव गतिविधियाँ, समूह चर्चा, रोल प्ले, केस स्टडी, विश्लेषण और प्रश्नोत्तरी जैसी तकनीकों के माध्यम से प्रभावी सक्रिय अधिगम शिक्षण पद्धतियों को सीखा। इस प्रशिक्षण में उन्हें यह भी बताया गया कि वे विद्यार्थियों की जिज्ञासा को बढ़ाकर कक्षा का एक सकारात्मक और प्रोत्साहित करने वाला वातावरण कैसे बना सकते हैं। इस कार्यशाला में जिले के विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. गणेश डी. पाटिल ने कहा, “ सक्रिय अधिगम केवल विषय पढ़ाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह विद्यार्थियों को विचारशील, आत्मनिर्भर और समस्या समाधान में सक्षम बनाने का माध्यम है। शिक्षकों को आधुनिक सक्रिय शिक्षण नीतियाँ अपनानी चाहिए जिनसे वे विद्यार्थियों के बौद्धिक, सामाजिक और रचनात्मक विकास को प्रभावी रूप से दिशा दे सकें।” विद्यालय प्रबंधन ने अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा, “शिक्षकों के सतत विकास और आधुनिक शिक्षण तकनीकों के प्रशिक्षण के लिए ऐसी कार्यशालाओं का नियमित आयोजन हमारी प्राथमिकता है। अभिनव शिक्षण विधियाँ न केवल विद्यार्थियों के सीखने के अनुभव को समृद्ध करती हैं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने में भी मदद करती हैं। हमारा लक्ष्य शिक्षकों को प्रभावी मार्गदर्शक बनाना है, जिससे वे विद्यार्थियों के ज्ञान, कौशल और आत्मविश्वास को विकसित कर सकें।” कार्यक्रम का समापन प्रतिभागी शिक्षकों और विशेषज्ञों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए हुआ। यह कार्यशाला शिक्षकों के लिए सृजनशीलता आधारित शिक्षण दृष्टिकोण अपनाने में सहायक सिद्ध हुई।