
अलीगढ़ 11 दिसंबर । मंगलायतन विश्वविद्यालय ने शोध और तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में एक और उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज की है। भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय की जर्नल में विश्वविद्यालय के दो आविष्कार ब्लॉकचेन आधारित सुरक्षित लाइब्रेरी सिस्टम तथा स्मार्ट लाइब्रेरी रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम को स्थान मिला है। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के सशक्त शोध पारिस्थितिकी तंत्र और अत्याधुनिक तकनीकों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। स्मार्ट लाइब्रेरी रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम पेटेंट लाइब्रेरी संचालन को एज एनालिटिक्स, सॉफ्टवेयर-डिफाइंड नेटवर्किंग और नेविगेशन जैसी आधुनिक तकनीकों से एकीकृत करता है। इस प्रणाली से लाइब्रेरी प्रबंधन अधिक स्मार्ट, तेज, सुगम और उपयोगकर्ता-हितैषी बन जाता है। इस आविष्कार के शोधकर्ता प्रो. अशोक उपाध्याय, प्रो. राजेश उपाध्याय, डा. लव कुमार, डा. ज्योति गुप्ता और डा. मुनव्वर इकबाल हैं। वहीं ब्लॉकचेन सक्षम सुरक्षित एवं गोपनीय लाइब्रेरी ऑपरेशन सिस्टम एक अभिनव तकनीक है जो लाइब्रेरी संचालन को सुरक्षा, पारदर्शिता और स्वचालन के नए स्तर पर ले जाती है। ब्लॉकचेन तकनीक आधारित यह प्रणाली क्रिप्टोग्राफिक सत्यापन, डिजिटल प्रिजर्वेशन और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट आधारित इंटरलाइब्रेरी प्रक्रियाओं को सक्षम बनाती है। इस आविष्कार के शोधकर्ता प्रो. अशोक उपाध्याय, प्रो. राजेश उपाध्याय, डा. दीपमाला, डा. मुशाहिद अली, डा. विपिन कुमार, डा. शिव सिंह और डा. ज्योति गुप्ता हैं। कुलपति प्रो. पीके दशोरा ने बताया कि ये आविष्कार न केवल शिक्षा जगत के लिए उपयोगी सिद्ध होंगे, बल्कि डिजिटल लाइब्रेरी प्रबंधन के नए मानक भी स्थापित करेंगे। वहीं परीक्षा नियंत्रक प्रो. दिनेश शर्मा और डीन रिसर्च प्रो. रविकांत ने कहा कि इस उपलब्धि से विद्यार्थी और शोधकर्ता प्रेरित होंगे कि वे भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नवाचार आधारित समाधान विकसित करें।