
हाथरस 27 नवंबर । शारदा वर्ल्ड स्कूल – अर्ली लर्निंग सेंटर में “Grandmother’s Tales” प्रतियोगिता का सफल आयोजन हुआ, जिसमें नानी और दादियों ने अपनी प्रेरक कहानियों के माध्यम से बच्चों को जीवन-मूल्यों की सीख दी। कार्यक्रम में दादी-नानियों ने अपने जीवन-अनुभवों और संस्कारों से भरी कहानियाँ सुनाईं, जिनके माध्यम से बच्चों ने धैर्य, सत्य, साहस, सहयोग, करुणा और आदर जैसे महत्वपूर्ण गुणों को सहजता से आत्मसात किया। नन्हे बच्चों ने अपनी ग्रैंडमदर्स के साथ समय बिताकर इस अनोखे और भावनात्मक अनुभव का भरपूर आनंद लिया।कार्यक्रम की निर्णायिका कविता राणा (सलाहकार, शारदा वर्ल्ड स्कूल – ईएलसी) और गौरांगी माता जी रहीं, जिन्होंने सभी प्रतिभागियों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए परिणाम घोषित किए। प्रथम पुरस्कार ममता कुंद्रा को मिला, जबकि द्वितीय पुरस्कार अनीता बंसल और सुधा अग्रवाल को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया। तृतीय पुरस्कार में भी टाई रहा, जिसमें रेणु रल्ली और श्रीमती नीरू कपूर को सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त सांत्वना पुरस्कार मेघा बंसल को दिया गया। निर्णायकों ने सभी ग्रैंडमदर्स को उनके समय और योगदान के लिए सम्मानित करते हुए हार्दिक आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने भी अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं। कविता राणा ने कहा कि आज हर कहानी ने बच्चों को मनोरंजन के साथ-साथ जीवन के गहरे सिद्धांत सिखाए। वहीं गौरांगी माता जी ने कहा कि दादी-नानी की गोद में सुनी गई कहानियाँ बच्चों के मन में संस्कार और जीवन-दृष्टि के बीज बोती हैं, जो अनमोल अनुभव है। ईएलसी की डायरेक्टर डॉ. गरिमा यादव ने बताया कि ग्रैंडमदर्स की कहानियाँ बच्चों की कल्पनाशक्ति, भाषा कौशल और भावनात्मक विकास को मजबूत बनाती हैं। को-फाउंडर श्रीमती प्रियंका गुप्ता ने कहा कि कहानियाँ सिर्फ किस्से नहीं, बल्कि संस्कारों की धरोहर हैं जिन्हें बच्चे जीवनभर साथ लेकर चलते हैं। कार्यक्रम बच्चों और उनकी ग्रैंडमदर्स दोनों के लिए एक स्नेहभरा, प्रेरणादायक और सीख से भरपूर अनुभव साबित हुआ, जिसने शारदा वर्ल्ड स्कूल – अर्ली लर्निंग सेंटर के मूल्य-आधारित शिक्षण दृष्टिकोण को और अधिक सुदृढ़ किया।















