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मथुरा 22 नवंबर । राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, मथुरा के एमबीए प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय पर्यटन स्थल कसोल में नए लोगों और नए वातावरण के बीच चार दिन तक एडवेंचर गतिविधियों का लुत्फ उठाते हुए वहां की संस्कृति और खान-पान की जानकारी हासिल की। “एडवेंचर कम एज्यूकेशन टूर” से लौटे विद्यार्थियों पूजा सैनी, फैजान खान, अभिषेक, अंशिका, विदित, पुण्य अग्रवाल, निहारिका गौर, प्राची सक्सेना, रजत सिंह आदि ने इसे अपने जीवन का यादगार लम्हा बताया। चार दिवसीय एडवेंचर कम एज्यूकेशन टूर में छात्र-छात्राओं ने हिमालय की सुरम्य घाटियों, पार्वती वैली की प्राकृतिक खूबसूरती, स्थानीय संस्कृति, पहाड़ी जीवनशैली तथा एडवेंचर गतिविधियों का अनुभव हासिल किया। छात्र-छात्राओं ने कसोल के प्रमुख स्थानों का भ्रमण करने के साथ-साथ स्थानीय कैफ़े में हिमाचली व्यंजनों का भी स्वाद लिया। पार्वती नदी के किनारे शांत व स्वच्छ वातावरण में समय बिताने के बाद छात्र-छात्राओं ने छलाल, तोश और खीरगंगा जैसे प्रसिद्ध हाइकिंग स्थलों तक ट्रेक कर पर्वतीय प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत अनुभव भी प्राप्त किया।

चार दिवसीय इस टूर में विद्यार्थियों ने अनेक दर्शनीय स्थलों का भ्रमण किया। पहले दिन मनाली के दर्शनीय स्थलों तो दूसरे दिन जोगिनी वॉटरफॉल, सोलंग वैली और प्रसिद्ध अटल टनल के सौंदर्य ने छात्र-छात्राओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। तीसरे दिन छात्र-छात्राएं मनाली से कसोल होते हुए छलाल ट्रेक के लिए रवाना हुए, जहां के प्राकृतिक वातावरण ने उन्हें सीखने का नया दृष्टिकोण प्रदान किया। चौथे दिन विद्यार्थियों ने कसोल के लोकल स्थलों का भ्रमण किया। संकाय सदस्यों ने बताया कि छात्र-छात्राओं के लिए यह टूर मनोरंजन के साथ ही नेतृत्व क्षमता, समूह समन्वय, अनुकूलनशीलता और वास्तविक जीवन कौशल को विकसित करने का माध्यम साबित हुआ। इस टूर में विद्यार्थियों को सामूहिक जिम्मेदारी, धैर्य, सकारात्मक सोच और समस्या समाधान कौशल को मजबूत करने की सीख मिली।

आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के चेयरमैन डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने चार दिवसीय शैक्षिक यात्रा की प्रशंसा की। चेयरमैन डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने कहा कि जो बातें छात्र-छात्राएं पुस्तकों से नहीं समझ पाते वे बातें ऐसी शैक्षिक यात्राओं में आसानी से समझ में आ जाती हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि शैक्षिक भ्रमण मनोरंजन के साथ ही शिक्षा का अहम हिस्सा है। एज्यूकेशन टूर टीमभावना से रहने और हर चुनौती का सामना करने की सीख देते हैं। संस्थान के निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने कहा कि इस प्रकार की यात्राएं न केवल छात्र-छात्राओं की सीख को समृद्ध करती हैं बल्कि उन्हें नए वातावरण में अन्वेषण करने, संस्कृति को समझने और जीवन कौशल विकसित करने का अवसर भी प्रदान करती हैं। डॉ. भदौरिया ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य छात्र-छात्राओं को कक्षा की सीमाओं से बाहर निकालकर प्रकृति के बीच एक नया और यादगार अनुभव प्रदान करना था, ताकि वे स्वयं को तरोताजा महसूस कर सकें और अपने शैक्षणिक सफर में नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ सकें। उन्होंने छात्र-छात्राओं के अनुशासन, उत्साह और सहभागिता की सराहना की। “एडवेंचर कम एज्यूकेशन टूर” से लौटे छात्र-छात्राओं ने कहा कि यह टूर उनके लिए जीवनभर याद रहने वाला अनुभव है, जिसने उन्हें नए लोगों, नए वातावरण और नई चुनौतियों से रूबरू करवाते हुए सीखने का एक अनोखा अवसर प्रदान किया।

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