
लखनऊ 13 अक्टूबर । डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के 30वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कड़े निर्णयों की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब कक्षाओं में 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले छात्र परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को इस नियम का कड़ाई से पालन करना होगा। इस मौके पर कुलाधिपति ने 125 मेधावी छात्र-छात्राओं को 140 स्वर्ण पदक प्रदान किए और स्नातक व परास्नातक की 1,89,119 उपाधि व अंक पत्र डिजी-लॉकर में अपलोड किए। राज्यपाल ने कहा कि अवध विश्वविद्यालय को प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ और आदर्श विश्वविद्यालय बनाने के लिए यहां क्वालिटी और कौशल मौजूद हैं, लेकिन प्रतिबद्धता की कमी दूर करनी होगी। उन्होंने युवाओं को ड्रग्स, शराब और लिव-इन रिलेशन जैसी अपसंस्कृतियों से बचने की चेतावनी दी। इसके अलावा, हाईकोर्ट के एक जज की पहल पर पाक्सो एक्ट की 200 पीड़ित बच्चियों के पुनर्वास की योजना का एलान किया। छात्रों को पढ़ाई में पूरी मेहनत करने और माता-पिता व समाज के लिए आदर्श बनने की अपील की। राज्यपाल ने बताया कि 25 नवंबर को श्रीराम मंदिर का ध्वजारोहण होगा और छात्रों को राम के आदर्श जीवन को अपनाने का संदेश दिया।











