
समझौता ज्ञापन के आदान-प्रदान के दौरान प्रदेश सरकार के मंत्री राकेश सचान मौजूद रहे। उनके साथ मंविवि के कुलपति प्रो. पीके दशोरा, कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह, आईक्यूएसी के डायरेक्टर डा. राजेश कुमार उपाध्याय, मुख्यमंत्री युवा मिशन के मिशन निदेशक के विजयेंद्र पांडियन उपस्थित रहे। एमओयू का उद्देश्य विश्वविद्यालय परिसर और आस-पास के क्षेत्रों में उद्यमिता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करना, छात्रों के बिजनेस आइडिया की प्रक्रिया में समर्थन उपलब्ध कराना। आवश्यक उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रमों का संचालन करना है। विश्वविद्यालय के माध्यम से विकसित होने वाले उद्योग को प्रदेश में लागू सभी एमएसएमई योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।
कुलपति ने कहा कि यह साझेदारी शिक्षा को केवल डिग्री तक सीमित रखने के बजाय उसे रोजगारपरक और उद्यमिता केंद्रित बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। कुलसचिव सहित परीक्षा नियंत्रक प्रो. दिनेश शर्मा, डीन रिसर्च प्रो. रविकांत ने प्रशन्नता व्यक्त करते हुए कहा मुख्यमंत्री युवा मिशन के साथ जुड़कर हम छात्रों को केवल जॉब चाहने वाला नहीं, बल्कि जॉब देने वाला बनाने के लिए आवश्यक संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान कर सकेंगे। यह हमारे नए भारत के आत्मनिर्भर दृष्टिकोण को साकार करने में सहायक होगा।