
सफलता का मूल मंत्र देते हुए कुलपति प्रो. पीके दशोरा ने कहा कि विद्यार्थी पढ़ाई से कोई समझौता न करें, क्योंकि अभिभावकों ने बड़ी आशा के साथ उन्हें यहां भेजा हैं। राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के साथ सुखद, गौरवशाली भविष्य की कामना की और आगे बढ़ने का संकल्प दिलाया। कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा और बहुमुखी प्रतिभा के विकास के लिए संपूर्ण सहयोग प्रदान कर रहा है। यहां विद्यार्थियों की इंटर्नशिप और करियर निर्माण के लिए आवश्यक इन्फ्रास्ट्रक्चर व व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं। जीवन में चुनौतियां अवसर की तरह होती हैं। विश्वविद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों में उन चुनौतियों से जूझने और उनसे सीखकर आगे बढ़ने की क्षमता विकसित करना है। स्वागत भाषण में डायरेक्टर एडमिशन प्रो. सौरभ कुमार ने विश्वविद्यालय की विभिन्न सुविधाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि यहां के संकाय सदस्य विद्यार्थियों को उनके लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए निरंतर मार्गदर्शन और सहयोग करेंगे। धन्यवाद ज्ञापित प्रो. आरके शर्मा ने किया। संचालन डा. दीपिका बांदिल ने किया। इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रो. राजीव शर्मा, प्रो. मनीषा शर्मा, प्रो. प्रमोद कुमार, डा. पूनम रानी, डा. जितेंद्र यादव, महाप्रबंधक एडमिशन अनुराग आनंद पांडेय, सह महाप्रबंधक एडमिशन मयंक प्रताप सिंह, प्रशासनिक अधिकारी गोपाल राजपूत आदि थे।