हाथरस 19 मार्च । बागला डिग्री कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर और भूगोल के प्रोफेसर डा रजनीश कुमार अभी भी फरार है। उस पर छात्राओं का यौन शोषण करने का आरोप है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है। आरोपी प्रोफेसर रजनीश शहर की चमन विहार कॉलोनी में अपनी पत्नी के साथ तीन मंजिला मकान में रहता है। प्रोफेसर की कोई संतान नहीं है। रजनीश कुमार मथुरा की मांट तहसील के गांव जावरा का रहने वाला है। उसकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई मथुरा में ही हुई थी। उसने ग्रेजुएशन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से किया। इस प्रोफ़ेसर की तीन शादियां हो चुकी हैं। पहली पत्नी से तलाक हो चुका है। इसके बाद उसने दूसरी शादी की। उससे भी झगड़ा चल रहा है। अभी तीसरी पत्नी के साथ यह प्रोफ़ेसर चमन विहार कॉलोनी में रहता है। सन 2000 में रजनीश की आयोग से बागला डिग्री कॉलेज में बतौर भूगोल के प्रोफेसर के पद पर तैनाती हुई थी। साल 2018 में उसकी पहली शिकायत हुई। माना जा रहा है कि वह कई साल से छात्राओं का यौन शोषण कर रहा था। उसके शोषण की शिकार हुई छात्राएं भले ही सामने नहीं आई हैं, लेकिन उनकी संख्या 10 से 15 हो सकती है।
प्रोफेसर की तलाश में दिल्ली-एनसीआर, लखनऊ और कानपुर में दबिश
यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद से बागला डिग्री कॉलेज में पुलिस वाले तैनात हैं। प्रोफेसर के कार्यालय के बाहर ताला पड़ा है। प्रोफेसर डॉ. रजनीश घर से भागा हुआ है। उसकी तलाश में मंगलवार को पुलिस की तीन टीमों ने दिल्ली-एनसीआर, लखनऊ, कानपुर सहित कई शहरों में उसके रिश्तेदारों के यहां दबिश दी। सर्विलांस टीम को भी उसकी लोकेशन ट्रैस करने के लिए लगाया गया है, लेकिन मोबाइल बंद होने से समस्या आ रही है। उसके रिश्तेदारों के फोन भी निगरानी की जा रही है। उसके परिचितों व रिश्तेदारों से भी पूछताछ की गई। इस संबंध में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायत की गई थी, जिसमें पीसी बागला डिग्री के प्रोफेसर डॉ.रजनीश पर छात्राओं को नौकरी लगवाने, नंबर बढ़वाने और शिकायत करने पर फेल करने की धमकी देकर यौन शोषण करने का आरोप लगाया गया था।
18 महीने में 5 शिकायतें, कार्रवाई कोई नहीं
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी के खिलाफ छात्राओं ने कॉलेज मैनेजमेंट से 18 महीने में 5 बार शिकायतें कीं, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी के सचिव प्रदीप बागला ने बताया कि मामले की शिकायत मिलते ही प्रोफेसर रजनीश कुमार के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए थे। रिपोर्ट के आधार पर प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया गया है।
कॉलेज प्रबंधन था मेहरबान
यौन शोषण के आरोप में घिरे प्रोफेसर रजनीश पर कॉलेज का प्रबंध तंत्र पूरी तरह से मेहरबान था। भूगोल विभाग में विभागाध्यक्ष बनाने के साथ उसे कॉलेज का अनुशासन अधिकारी बनाया हुआ था। इसके अलावा विज्ञान संकाय प्रभारी, आईटी इंचार्ज, क्रय समिति में सदस्य के तौर पर भी उसे नामित कर रखा है। वह शिक्षक संघ का अध्यक्ष भी था। काउंसिलिंग, परीक्षा संबंधित मॉडल बनाने और तैयारी कराने के बहाने छुट्टियों में भी छात्राओं को बुलाने की बात सामने आ रही है।