हाथरस 21 फरवरी । आज राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यकम के अंतर्गत 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान के तत्वाधान में बागला संयुक्त जिला चिकित्सालय हाथरस में समस्त चिकित्सकों की टीबी एडवोकेसी पर एक बैठक डा सूर्यप्रकाश, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की अध्यक्षता में एवं डा विजय आनन्द, जिला क्षय रोग अधिकारी हाथरस की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजित की गयी। डा विजय आनन्द, जिला क्षय रोग अधिकारी द्वारा टीबी की एडवोकेसी करते हुये अवगत कराया कि सिर्फ खाँसी ही टीबी का लक्षण नहीं है, टीबी के और भी लक्षण हो सकते हैं जैसे -बलयय वाली खॉसी बलगम में खून आना बुखार सीने में दर्द शरीर के किसी हिस्से में गॉठ होना हाल में हुये शारीरिक बदलाद वजन में गिरावट सात में पसीना आना, पुरानी बीमारी एवं थकान। जिला चिकित्सालय की ओपीडी में आने वाले रोगियों में से उच्च जोखिम वाली जनसंख्या के शत-प्रतिशत रोगियों के सबसे पहले एक्सरे, बलगम परीक्षण को प्रेरित करना।
डा सूर्यप्रकाश, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक बागला संयुक्त जिला चिकित्सालय हाथरस एवं जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों की टीम द्वारा 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान के अंतर्गत जनपद में खोजे गये नये 100 टीबी रोगियों को पोषण किट देकर गोद लिया गया। जिला पुरुष चिकित्सालय के डा केके शर्मा ईएनटी विशेषज्ञ एवं डा रितु गुप्ता, उप-जिला क्षय रोग अधिकारी हाथरस का विशेष सहयोग रहा। अंत में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा टीबी मुक्त भारत की शपथ करायी गयी। बैठक में जनपद की समस्त बीएचडब्लू, शहरी आशाऐं मुख्य रुप से उपस्थित रहीं।