मथुरा 01 अक्टूबर । के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर में बुधवार को सैकड़ों भक्तगणों ने मां सिद्धि दात्री की पूजा अर्चना कर जयकारे लगाए। पूजा-पाठ और आरती के बाद कन्या भोज का आयोजन किया गया। कन्या भोज के बाद आयोजित भण्डारे में श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की। केडी मेडिकल कॉलेज में सातवीं बार शारदीय नवरात्रि पर देवी दुर्गा मां की प्राण-प्रतिष्ठा भक्तों द्वारा कराई गई थी। बुधवार को मां सिद्धिदात्री की विशेष पूजा-अर्चना कर कन्या भोज कराया गया। आचार्य विकास मिश्रा द्वारा पूजा-अर्चना और आरती के बाद नवरात्रि के पावन अवसर पर सक्रिय रूप से प्रतिदिन माता रानी के सेवाभाव में लगे बच्चों तथा पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। भण्डारा शाम तक चला। आचार्य मिश्रा ने बताया कि मातारानी का विधि-विधान से विसर्जन गुरुवार को किया जाएगा। 22 सितम्बर को शारदीय नवरात्र प्रारम्भ होने के बाद से ही के.डी. मेडिकल कॉलेज परिसर भक्तिभाव में डूबा रहा।
मां शेरावाली को प्रसन्न करने के लिए कुछ भक्तगणों ने पूरे नौ दिन उपवास रखा। आचार्य विकास मिश्रा ने बताया कि नवरात्रि की पूजा में अष्टमी और नवमी का दिन विशेष महत्व रखता है। इसी दिन से कन्या भोजन भी शुरू होता है। बहुत से लोग अष्टमी का व्रत रखते हैं, जिसका पारण नवमी को किया जाता है। बुधवार को आचार्य मिश्रा ने मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना कराई। आचार्य ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं में छोटी-छोटी बच्चियों को देवी मां का रूप माना जाता है, इसीलिए नवरात्रि में कन्या पूजा जरूर करना चाहिए। कन्या पूजन में 10 साल तक की बच्चियों को आमंत्रित करना श्रेष्ठतम होता है।
नवरात्र के अंतिम दिन प्रियाकांत यादव, अखिलेश शुक्ला, महेन्द्र सिंह चौधरी, दीपक सारस्वत, यतेन्द्र शर्मा, सचिन गुप्ता, वी.पी. सिंह पूनिया, ओमवीर चौहान, गोविंद सिंह, आकाश चौहान, शक्ति सिंह, सतपाल सिंह, मोहम्मद आसिफ, पुष्पेन्द्र सिंह, आनंद, शैलव चौबे, हेमंत शर्मा, गजेन्द्र, मनोज तोमर, अजीत यादव आदि ने पूजा पाठ के बाद भण्डारे की व्यवस्थाएं संभाली। आयोजकों ने सफल आयोजन के लिए सभी का आभार माना।