
अयोध्या 15 दिसंबर । देश के प्रतिष्ठित टाटा समूह के नमो कैंसर फाउंडेशन की ओर से अयोध्या में एक आधुनिक कैंसर चिकित्सालय हब स्थापित करने की तैयारी शुरू हो गई है। इस क्रम में टाटा समूह के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने अयोध्या का दौरा कर विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया और संभावनाओं का आकलन किया। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि स्व. रतन टाटा की परिकल्पना थी कि अयोध्या में नमो कैंसर फाउंडेशन के माध्यम से कैंसर चिकित्सालय हब विकसित किया जाए। इस परिकल्पना को आगे बढ़ाते हुए अब फाउंडेशन ने जमीन की तलाश शुरू कर दी है। प्रतिनिधिमंडल ने राज परिवार के सदस्य यतींद्र मिश्र से भी संपर्क किया, जिन्होंने कहा कि यदि यह कैंसर हब उनके पिता स्व. बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र की स्मृति में बनाया जाता है, तो वे इसके लिए 6-8 एकड़ भूमि नि:शुल्क उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए राम मंदिर ट्रस्ट का सहयोग भी मिलने की संभावना है। नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि इस अस्पताल में न्यूनतम व्यय में मरीजों का इलाज किया जाएगा और उम्मीद है कि दो वर्षों में यह अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा। साथ ही राम मंदिर परिसर में बनने वाले हुतात्मा पुण्य स्मारक के मुख्य स्तंभ को लेकर भी विचार किया जा रहा है। पहले इसे टाइटेनियम से बनाने का प्रस्ताव था, लेकिन अब उत्तर प्रदेश के ललितपुर में मिलने वाले झांसी रेड ग्रेनाइट से निर्माण पर विचार किया जा रहा है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ रॉक मैकेनिक से भी सलाह ली जाएगी। राम मंदिर ट्रस्ट अब निर्माण कार्य से आगे बढ़कर श्रद्धालुओं की सुविधा और प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उम्मीद है कि मार्च 2026 तक राम मंदिर का समस्त निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।












