
अलीगढ़ 06 दिसंबर । राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय ने आगामी विषम सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए चुने गए परीक्षा केंद्रों पर बुनियादी सुविधाएँ सुनिश्चित कराने को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। विवि के कुलसचिव ने सभी कॉलेज प्राचार्यों को पत्र जारी कर स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि केंद्रों पर पीने के पानी, शौचालय, फर्नीचर, रोशनी और सुरक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध नहीं कराई गईं, तो परीक्षा केंद्र रद्द करने के साथ कॉलेज की संबद्धता भी समाप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि कुलपति प्रो. नरेंद्र बहादुर सिंह स्वयं परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं और कई संस्थानों में अब भी व्यवस्थाओं की भारी कमी पाई गई है। पहले गूगल फॉर्म तथा निरीक्षण टीम के सामने किए गए वादों को तत्काल पूरा करना आवश्यक बताया गया है। कुलसचिव ने स्पष्ट कहा कि परीक्षा केंद्रों पर सुविधाओं की कमी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी और लापरवाही करने वाले कॉलेजों को डिबार किया जाएगा।
अनियमितता दिखे तो विद्यार्थी करें शिकायत
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने परीक्षार्थियों और अभिभावकों से अपील की है कि परीक्षा केंद्रों पर किसी भी प्रकार की अनियमितता, नकल या अनुचित गतिविधि दिखने पर तुरंत शिकायत करें। 29 नवंबर को जारी परीक्षा केंद्रों की सूची में कुछ कॉलेज ऐसे हो सकते हैं, जिनका प्रबंधन एक ही परिवार से जुड़ा हो या मालिक/प्रबंधक रिश्तेदारी में हों। ऐसी स्थिति में अनुचित लाभ की आशंका बनी रहती है। विवि ने छात्रों से आग्रह किया है कि यदि किसी भी तरह का संदेह या जानकारी हो, तो तुरंत ईमेल के माध्यम से सूचित करें। कुलपति प्रो. नरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि परीक्षा प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पहली बार आरएमपीयू परिसर में आयोजित हुई स्नातकोत्तर परीक्षाएँ
राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय ने पहली बार अपने मुख्य परिसर में स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर की परीक्षाओं का आयोजन किया। इससे पूर्व यह परीक्षाएँ धर्म समाज महाविद्यालय में आयोजित होती थीं। पाँच दिसंबर को दो पालियों में परीक्षाएँ सफलतापूर्वक संपन्न हुईं। प्रथम पाली में एलएलएम तृतीय सेमेस्टर, जबकि द्वितीय पाली में एम.कॉम, एमए हिंदी और एमए अंग्रेजी तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित हुई। परीक्षा केंद्र पर व्यवस्था पूरी तरह शांतिपूर्ण और पारदर्शी रही। कुलपति प्रो. नरेंद्र बहादुर सिंह ने स्वयं परीक्षा केंद्र का निरीक्षण कर सुरक्षा, कक्षाओं की व्यवस्था, सीसीटीवी निगरानी, प्रश्नपत्र वितरण और बैठने की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के अपने परिसर में पहली बार परीक्षा आयोजित होना ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह आत्मनिर्भरता और गुणवत्ता सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने विश्वास जताया कि भविष्य में सभी परीक्षाएँ विश्वविद्यालय परिसर में ही आयोजित की जाएँगी।














