
मुंबई 21 नवंबर । घरेलू और वैश्विक बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों के बीच भारतीय रुपये में शुक्रवार को भारी गिरावट दर्ज की गई। कारोबार के दौरान रुपये ने तीन महीने की सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट दर्ज करते हुए पहली बार 89 रुपये प्रति डॉलर के स्तर को पार कर लिया। रुपया 78 पैसे टूटकर 89.46 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया, जबकि इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में यह 88.67 पर खुलकर 89.50 के निचले स्तर तक गिरा। बाजार बंद होने के समय यह 89.40 पर ट्रेड करता दिखा। गुरुवार को भी रुपया 20 पैसे टूटकर 88.68 पर बंद हुआ था। इससे पहले 30 सितंबर को यह अपने सर्वकालिक निचले स्तर 88.85 तक गया था। इसी बीच डॉलर सूचकांक हल्की बढ़त के साथ 100.05 पर पहुंच गया। वैश्विक स्तर पर ब्रेंट क्रूड में 1.21 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और यह 62.64 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। घरेलू शेयर बाजार भी दबाव में रहा, जहां सेंसेक्स 360 अंक गिरकर 85,272 पर और निफ्टी 111 अंक टूटकर 26,081 पर बंद हुआ। हालांकि एफआईआई ने गुरुवार को 283.65 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की। उधर, आठ प्रमुख बुनियादी क्षेत्रों की वृद्धि अक्टूबर में साल-दर-साल स्थिर रही, जिसमें पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक और इस्पात उत्पादन बढ़ा, जबकि कोयला और बिजली उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई।













