आगरा 19 नवंबर । शारदा वर्ल्ड स्कूल–अर्ली लर्निंग सेंटर में आज “Key Stages of Child Development” विषय पर एक प्रभावशाली व ज्ञानसमृद्ध कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का संचालन Advisor–ELC, Ms. Kavita Rana द्वारा किया गया। उन्होंने अभिभावकों को बच्चों के प्रारम्भिक विकास के विभिन्न चरणों, व्यवहारगत आवश्यकताओं और सही दिशा–निर्देशन के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला के दौरान Ms. Rana ने बच्चों के Cognitive, Socio-emotional, Language और Physical Development से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं को सरल व रोचक तरीके से समझाया। उन्होंने बताया कि जीवन के प्रारम्भिक वर्ष बच्चे के समग्र व्यक्तित्व, भविष्य की सीखने की क्षमता और आत्मविश्वास की नींव रखते हैं। व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से अभिभावकों को समझाया गया कि उनका समय, संवेदनशीलता और बच्चों के साथ दैनिक संवाद उनके विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कार्यशाला के प्रमुख बिंदु
हर बच्चा अपनी गति से विकसित होता है, इसलिए तुलना से बचते हुए धैर्य और सकारात्मक प्रोत्साहन देना चाहिए। “Story of 9 Minutes” के महत्व पर जोर देते हुए बताया गया कि दिन के कुछ मिनटों की गुणवत्तापूर्ण बातचीत बच्चे के आत्मविश्वास को बढ़ाती है। Play-based learning को सबसे प्रभावी सीखने की पद्धति बताते हुए कहा गया कि रचनात्मक खेल बच्चों की curiosity, problem-solving एवं language skills को मजबूत करते हैं। नियमित दिनचर्या और निरंतरता बच्चों में भावनात्मक स्थिरता और सुरक्षा की भावना विकसित करती है। प्रेमपूर्ण, सुरक्षित और stimulating वातावरण बच्चों की प्राकृतिक जिज्ञासा को आगे बढ़ाता है। डायरेक्टर–अर्ली लर्निंग सेंटर, डॉ. गरिमा यादव ने अपने प्रेरक संदेश में कहा कि “Early years में दिया गया सही अनुभव, बच्चे के पूरे जीवन की दिशा निर्धारित करता है।” शारदा वर्ल्ड स्कूल–ELC की को–फाउंडर प्रियंका गुप्ता ने कहा कि “जब हम बच्चे की जिज्ञासा का सम्मान करते हैं, तभी सीखने की असली शुरुआत होती है। कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों ने इस पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे सत्र माता–पिता और स्कूल के बीच सहयोग को मजबूत करते हैं। शारदा वर्ल्ड स्कूल–अर्ली लर्निंग सेंटर द्वारा आयोजित यह कार्यशाला सभी के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुई।









