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मथुरा 14 नवम्बर । राजीव इंटरनेशनल स्कूल में शुक्रवार को बाल दिवस पर छात्र-छात्राओं ने न केवल सबसे बड़े फन फेयर जंगल सफारी कार्निवल का लुत्फ उठाया बल्कि चाचा नेहरू के कृतित्व और व्यक्तित्व को भी याद किया। बाल दिवस समारोह को यादगार और मनोरंजक बनाने के लिए छात्र-छात्राओं ने अपने माता-पिता के साथ मिलकर विभिन्न प्रकार के स्टाल्स भी लगाए। बाल दिवस का शुभारम्भ मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ब्रजेश कुमार, डीआईओएस मथुरा रविंद्र कुमार, डीन और प्राचार्य केडी डेंटल कॉलेज डॉ. मनेष लाहौरी तथा स्कूल की प्राचार्या प्रिया मदान ने केक काटकर किया। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन बाल दिवस पर राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राएं सुबह से ही सेलिब्रेशन को लेकर उत्साहित नजर आए। सबसे पहले बच्चों ने अपने माता-पिता के साथ चाचा नेहरू के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एडीजे ब्रजेश कुमार ने कहा कि बच्चे हमारी दुनिया की धड़कन हैं। उनकी प्यारी हंसी, मासूम सवाल और न खत्म होने वाली मांगें भी हमारे सबसे उदास दिनों को रोशन कर देती हैं। बाल दिवस पर छात्र-छात्राओं के मनोरंजक खेल ही नहीं नेल आर्ट, निशानेबाजी, वस्त्र परिधान,आर्टिफिशियल ज्वेलरी, फूड आइटम, आर्ट एंड क्राफ्ट की वस्तुएं तथा पेंटिंग्स आदि की अतिथियों ने मुक्तकंठ से सराहना की। अतिथियों को विभिन्न प्रकार के झूले तथा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी खूब रास आईं। बाल दिवस बच्चों द्वारा लगाई गई स्टॉल्स से लोगों ने जमकर खरीददारी की। कार्यक्रम की थीम जंगल सफारी सभी को बहुत पसंद आई। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा लकी ड्रा के विजेताओं को सम्मानित किया गया।

आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने बच्चों को बाल दिवस की बधाई देते हुए कहा कि बच्चे मन के सच्चे होते हैं। देश का भविष्य बच्चों पर ही निर्भर है क्योंकि, यदि बच्चों का अच्छा भविष्य होगा, तो आने वाले समय में भारत का भी बेहतर भविष्य होगा। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि भावी पीढ़ी को महापुरुषों के कृतित्व और व्यक्तित्व की जानकारी दिया जाना बहुत जरूरी है। उन्होंने बच्चों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि समय-समय पर ऐसे आयोजन होने चाहिए ताकि भावी पीढ़ी शिक्षा को बोझ न समझे। स्कूल के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं को बाल दिवस की बधाई देते हुए फन फेयर की सराहना की। श्री अग्रवाल ने कहा कि बच्चे फूल से प्यारे और मोती से सुंदर होते हैं, शरारती बेशक हों, लेकिन मन के सच्चे होते हैं लिहाजा इन बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ ही महापुरुषों के कृतित्व की जानकारी दिया जाना बहुत जरूरी है। स्कूल की प्राचार्या प्रिया मदान ने बच्चों को बाल दिवस की बधाई देते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं तथा अभिभावकों का आभार माना। उन्होंने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चे बहुत प्रिय थे, नेहरू जी बच्चों को देश का भविष्य मानते थे और हमेशा उनकी शिक्षा, खुशहाली और उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करते रहे। यही वजह है कि उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है।

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