
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि जब फुटबॉल जीवन का हिस्सा बन जाता है, तो यह केवल खेल नहीं बल्कि व्यक्तित्व विकास का माध्यम बनता है। उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे न केवल डूरंड कप के प्रतिभागी बनें, बल्कि उत्तर प्रदेश को विजेता बनाकर इतिहास रचें। कुलसचिव ने कहा कि हर खिलाड़ी मैदान में जीत की भावना से उतरता है, लेकिन असली जीत भागीदारी की भावना और सीखने की प्रक्रिया में छिपी होती है। उन्होंने कहा एक सच्चा खिलाड़ी कभी हारता नहीं या तो वह जीतता है या फिर सीखता है। डीन एकेडमिक प्रो. राजीव शर्मा ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। खेल अधिकारी डा. भारतेंदु चौहान ने बताया कि पहले मैच में मंगलायतन विश्वविद्यालय की ‘बी’ टीम और एएमयू के बीच मुकाबला हुआ, जिसमें एएमयू ने जीत दर्ज की। दूसरे मैच में जीएलए टीम ‘ए’ ने शारदा विश्वविद्यालय को हराया। तीसरे मैच में जीएलए ‘बी’ और एएमयू के बीच हुए मुकाबले में एएमयू विजेता रही। चौथे मैच में मंगलायतन टीम ‘ए’ ने संस्कृति विश्वविद्यालय को पराजित किया। फाइनल मुकाबला शुक्रवार को आयोजित होगा। निर्णायक की भूमिका मौ. अब्दुल्ला शमसी, मौ. अब्दुल्ला खान और शुभम शर्मा ने निभाई। इस अवसर पर प्रो. रविकांत, प्रो. दिनेश पांडेय, प्रो. आरके शर्मा, प्रो. किशनपाल सिंह, प्रो. राजेश उपाध्याय, प्रो. अनुराग शाक्य, डा. पूनम रानी और प्रो. मनीषा शर्मा आदि उपस्थित रहे। संचालन एंजेला फातिमा ने किया।













