
मथुरा 10 नवंबर । छात्र-छात्राओं की अभिव्यक्ति को नया मंच देने के लिए के.डी. कॉलेज आफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंसेज में परम्परा-रिलोडिंग-2025 का आयोजन किया गया। इस सुअवसर का लाभ उठाते हुए छात्र-छात्राओं ने नयनाभिराम प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम का शुभारम्भ के.डी. मेडिकल कॉलेज के डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण कुमार अग्रवाल तथा के.डी. कॉलेज आफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंसेज की प्राचार्या एन.पी. चानू ने विद्या की आराध्य देवी मां सरस्वती पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया। सरस्वती वंदना के बाद मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने अपने उद्बोधन में कहा कि मानव सेवा के क्षेत्र में नर्सिंग का कार्य सबसे अलग है। मानव सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। इस पेशे में उज्ज्वल भविष्य भी है लेकिन इसके लिए हमें लगन और मेहनत से पढ़ना होगा क्योंकि शिक्षा प्रणाली ही विकसित समाज की मजबूत रीढ़ है और यहीं से देश के भविष्य का निर्धारण होता है। डॉ. अशोका ने छात्र-छात्राओं से कहा कि परम्परा-रिलोडिंग-2025 का आयोजन आपकी प्रतिभा को निखारने का मंच है, इसमें आपको उत्साह और उमंग के बीच सहभागिता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भविष्य में आप लोग अपने ज्ञान, चरित्र और कौशल से सशक्त राष्ट्र के निर्माण में योगदान देंगे, ऐसा विश्वास है।
आर.के. ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण अग्रवाल ने कहा कि अभिव्यक्ति किसी भी व्यक्ति का मौलिक अधिकार है। यह अधिकार ही उसकी सोच व समझ का सूचक है। श्री अग्रवाल ने कहा कि हमारी परम्पराओं में गूढ़ संदेश समाहित हैं, परम्परा कभी मरती नहीं, ऐसे में हमें अपनी परम्पराओं का निर्वहन करते हुए अनुशासित तरीके से अपनी शिक्षा पूरी करनी चाहिए। नर्सिंग शिक्षा स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ है। असहाय व लाचारों की मदद करने वाले नर्सिंग स्टाफ के योगदान की किसी से तुलना नहीं की जा सकती। आप लोग न केवल लगन और मेहनत से पढ़ें बल्कि अपने दायित्वों का निर्वहन भी करें, तभी समाज स्वस्थ होगा और आप लोगों का भी सम्मान बढ़ेगा। के.डी. कॉलेज आफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंसेज की प्राचार्या एन.पी. चानू ने कहा कि नर्सिंग का क्षेत्र काफी आधुनिक और विस्तृत हो चुका है लिहाजा छात्र-छात्राओं को शिक्षकों द्वारा दी जा रही शिक्षा और मार्गदर्शन को अमल में लाते हुए अपना करियर बनाना चाहिए। प्राचार्या ने कहा कि के.डी. कॉलेज आफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंसेज के छात्र-छात्राएं सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें क्लीनिकल ट्रेनिंग के लिए सर्वसुविधायुक्त के.डी. हॉस्पिटल मिला हुआ है। उन्होंने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि लगन और मेहनत से शिक्षा ग्रहण कर अपना और अपने माता-पिता का सपना साकार करें।
प्राचार्या चानू ने कहा कि सांस्कृतिक गतिविधियां छात्र-छात्राओं के समग्र व्यक्तित्व विकास में सहायक होती हैं। सांस्कृतिक गतिविधियों से अलग-अलग अनुभव मिलने के साथ आत्मविश्वास में भी इजाफा होता है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक गतिविधियों के कई व्यावहारिक निहितार्थ हैं। सांस्कृतिक गतिविधियों से जीवन कौशल और सामाजिक कौशल में भी इजाफा होता है। परम्परा-रिलोडिंग-2025 के शुभारम्भ से पूर्व संस्थान के शिक्षकों ने पुष्पगुच्छ भेंटकर अतिथियों का स्वागत किया।












