
मथुरा (वृंदावन) 01 नवम्बर । श्रीबांकेबिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं को सुगमता से दर्शन दिलाने के लिए जल्द ही ठोस व्यवस्था लागू हो सकती है। शुक्रवार को शहीद लक्ष्मण सभागार में हाईपावर कमेटी के अध्यक्ष और मंदिर के सेवायतों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में हाल के दिनों से दोनों पक्षों के बीच चल रही तल्खी समाप्त होती दिखाई दी और कई महत्वपूर्ण सुझाव सामने आए। कमेटी की अगली मीटिंग में इन सुझावों पर निर्णय लेकर नई व्यवस्था लागू की जाएगी। सेवायत रजत गोस्वामी ने कहा कि श्रीबांकेबिहारी मंदिर में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। भीड़ अत्यधिक होने पर सुरक्षा और सुचारू दर्शन व्यवस्था प्रभावित होती है। उन्होंने सुझाव दिया कि तिरुपति बालाजी मंदिर की तरह यहां भी श्रद्धालुओं का ई-पंजीकरण किया जाए। इससे भीड़ नियंत्रण में रहेगी और श्रद्धालुओं को निर्धारित समय पर दर्शन का अवसर मिलेगा। उन्होंने बताया कि तिरुपति में श्रद्धालु अपने वाहनों के साथ तय समय पर पहुंचते हैं, जिससे मंदिर परिसर में व्यवस्था बेहतर रहती है। इसके अलावा उन्होंने प्रस्ताव दिया कि निकास द्वार संख्या 1 और 4 के बाहर बने चबूतरे पर स्वास्थ्य टीम की तैनाती की जाए, ताकि भीड़ में अस्वस्थ हुए श्रद्धालुओं को तत्काल प्राथमिक उपचार मिल सके। बैठक में यह मुद्दा भी उठा कि ठाकुरजी का भोग प्रसाद अर्पित करने और सेवाओं के दौरान मंदिर में सेवायतों और सेवादारों की संख्या अधिक रहती है, जिससे अनावश्यक भीड़ बढ़ जाती है। इसे ध्यान में रखते हुए सेवादारों की संख्या सीमित करने और ड्रेस कोड के साथ पास जारी करने पर सहमति बनी। पास पर संबंधित गोस्वामी का नाम भी अंकित रहेगा, ताकि पहचान और जिम्मेदारी स्पष्ट हो सके। हालांकि बैठक के दौरान यह सवाल भी उठा कि कमेटी में शामिल चारों सेवायत सदस्यों में से कोई भी उपस्थित नहीं रहा। कई गोस्वामियों ने अध्यक्ष के समक्ष इसे मुद्दा बनाते हुए कहा कि सेवायतों का नेतृत्व करने वाले सदस्यों को बैठक में उपस्थित रहकर परामर्श देना चाहिए। बैठक में प्रस्तुत सुझावों पर अगली बैठक में अंतिम निर्णय लिया जाएगा, जिसके बाद मंदिर में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सहज, सुरक्षित और व्यवस्थित दर्शन सुविधा देने का रास्ता खुलेगा।










