
अलीगढ़ 30 अक्टूबर । अलीगढ़ जिले के भूगोल में बड़ा बदलाव होने की संभावना एक बार फिर तेज हो गई है। राजस्व परिषद ने अलीगढ़ जिले की अतरौली तहसील, कस्बा गंगीरी और बुलंदशहर जिले की डिबाई तहसील को मिलाकर नया जिला कल्याण सिंह नगर बनाए जाने के प्रस्ताव पर प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। यदि यह जिला अस्तित्व में आता है, तो अलीगढ़ के 221 वर्षों के इतिहास में यह दूसरा मौका होगा जब जिले के हिस्से को अलग कर नया जिला गठित किया जाएगा। इससे पहले 3 मई 1997 को सिकंदराराऊ और हाथरस तहसील को अलग कर हाथरस जिले का गठन किया गया था, जिसमें मथुरा और आगरा जिलों के भी कुछ हिस्से शामिल किए गए थे।
अलीगढ़ को वर्ष 1804 में अंग्रेजों द्वारा जिला घोषित किया गया था। उस समय मराठों पर विजय के बाद कर्नल रसल को पहला कलक्टर नियुक्त किया गया, जिनके नाम पर आज भी रसलगंज क्षेत्र मौजूद है। लंबे समय तक अलीगढ़ की सीमा आगरा से लगती थी। 193 साल बाद जिले के दो हिस्सों को अलग कर हाथरस जिला बना और उसके बाद गभाना को नई तहसील का दर्जा दिया गया। वर्तमान में अलीगढ़ में 5 तहसीलें और 12 ब्लॉक हैं। नया जिला बनने पर अलीगढ़ से 3 ब्लॉक और बुलंदशहर से 1 ब्लॉक कम हो जाएंगे। अतरौली में फिलहाल बिजौली, अतरौली और गंगीरी तीन ब्लॉक शामिल हैं, जबकि डिबाई ब्लॉक बुलंदशहर के अंतर्गत आता है।
राजस्व परिषद के निर्देश के बाद स्थानीय प्रशासन ने नए जिले की व्यवहार्यता को लेकर सभी मानकों पर डेटा जुटाना शुरू कर दिया है। प्रशासनिक टीम सीमा निर्धारण और भौगोलिक स्थिति पर विशेष फोकस कर रही है। जनसंख्या, भूभाग, क्षेत्रफल और संसाधनों का विस्तृत आकलन किया जा रहा है। प्रस्तावित जिले की सीमाओं को चिह्नित करते हुए नक्शा तैयार किया जाएगा। साथ ही, वित्तीय प्रबंधन, राजस्व संग्रह, प्रशासनिक सुविधाओं और परिवहन व्यवस्था की उपलब्धता का मूल्यांकन भी रिपोर्ट का हिस्सा बनेगा। यह भी देखा जा रहा है कि प्रस्तावित मुख्यालय से दूरस्थ क्षेत्रों की दूरी कितनी होगी, ताकि नागरिकों को सरकारी सेवाओं तक आसानी से पहुंच मिल सके। नए जिले की घोषणा से प्रशासनिक कामकाज में सुगमता और स्थानीय लोगों को शासन-प्रशासन की सेवाओं का अधिक लाभ मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।














