लखनऊ 18 अक्टूबर । विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने घोषणा की है कि धनतेरस से भाई दूज तक उपभोक्ताओं को बेहतर और निर्बाध बिजली आपूर्ति दी जाएगी। इस दौरान कोई आंदोलन नहीं किया जाएगा। संघर्ष समिति ने कहा कि दीपावली के बाद निजीकरण के विरोध में चल रहे आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इसके साथ ही कर्मचारियों पर की गई सभी उत्पीड़नात्मक कार्रवाई को रद्द किए जाने की मांग की गई है। केंद्रीय पदाधिकारियों ने बताया कि इस अवधि में बिजली आपूर्ति का नया कीर्तिमान स्थापित किया जाएगा और उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर विवाद में बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत
प्रदेश में नए कनेक्शन पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर अनिवार्य कर दिया गया था, जिसकी कीमत लगभग 6100 से 6400 रुपये वसूली जा रही थी। विद्युत नियामक आयोग ने इसे अवमानना माना और पावर कार्पोरेशन के प्रबंध निदेशक को नोटिस जारी किया। उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि प्रदेश के 3.62 करोड़ उपभोक्ताओं को अब इस आदेश से राहत मिली है। 11 सितंबर से 18 अक्टूबर तक 2,28,839 उपभोक्ताओं ने नए कनेक्शन के लिए आवेदन किया था, जिनमें से 69,219 कनेक्शन जारी किए गए। यदि सभी से 6016 रुपये की अतिरिक्त वसूली हुई होती, तो लगभग 41 करोड़ रुपये की राशि अतिरिक्त वसूली गई होती। नियामक आयोग के आदेश के बाद पावर कार्पोरेशन को यह राशि लौटानी होगी।