हाथरस 13 अक्टूबर । बीते 9 अक्टूबर को थाना मुरसान पर पंजीकृत मामले में विवेचनात्मक कार्यवाही के दौरान द्वितीय पक्ष की गिरफ्तारी में पुलिस अधीक्षक ने तत्कालीन थानाध्यक्ष उपनिरीक्षक ममता सिंह और एंटी थेफ्ट टीम प्रभारी निरीक्षक मुकेश कुमार को कर्तव्यपालन में लापरवाही के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। साथ ही, उक्त प्रकरण से संबंधित अभियोगों की निष्पक्ष विवेचना सुनिश्चित करने के लिए इसे क्षेत्राधिकारी नगर के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक थाना हाथरस गेट को सुपुर्द कर दिया गया। इससे पहले, पुलिस अधीक्षक ने सोमवार को थाना प्रभारी ममता सिंह को परिवार परामर्श केंद्र में स्थानांतरित किया और पुलिस लाइन में कार्यरत निरीक्षक वीरेंद्र प्रताप गिरी को तत्काल प्रभाव से थाना मुरसान का प्रभारी निरीक्षक नियुक्त किया।
मुरसान थाना पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाते हुए पीड़ित परिवार और सामाजिक संगठनों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर दोषी पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की मांग की थी। ज्ञापन में कहा गया कि 9 अक्टूबर को एक फर्जी एफआईआर दर्ज की गई, जिसके बाद 10 अक्टूबर को पुलिस ने सोनू उर्फ ओमवीर सिंह और सूर्यदेव उर्फ देवा को पूछताछ के लिए मुरसान थाने बुलाया। शाम को परिजनों को सूचना मिली कि सोनू के पैर में गोली लगी है। सोनू की मां ने आरोप लगाया कि पुलिस ने समझौते के नाम पर धन की मांग की और बाद में घटना को मुठभेड़ का रूप दे दिया।
एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि उन्होंने द्वितीयपक्ष के माता-पिता, भाई व अलीगढ़ व इगलास के जनप्रतिनिधियों से मुलाक़ात कर पुलिस कार्यालय में उनकी शिकायतो को गम्भीरता से सुना गया। एसपी ने पुलिस द्वारा निष्पक्ष कार्यवाही का आश्वासन देते हुए तत्कालीन थानाध्यक्ष व प्रभारी एंटी थेफ्ट टीम को निलम्बित कर दिया गया है। परिजन एसपी की इस कार्यवाही से पूर्णतः संतुष्ट है ।