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अलीगढ़ 29 सितम्बर । मंगलायतन विश्वविद्यालय के कृषि संकाय के द्वारा एक्स्ट्रा म्यूरल लेक्चर आन टेक्नीकल फार सस्टेनेबल प्रोडक्शन आफ फील्ड एंड हॉर्टीकल्चर क्रोप्स विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित व्याख्यान में चंद्रशेखर आजाद विश्वविद्यालय में जेनेटिक एंड प्लांट ब्रीडिंग डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष रहे प्रो.डी एन भारद्वाज और केंद्रीय उष्ण कटिबंधीय बागवानी संस्थान, लखनऊ के प्रिंसिपल सांइसटिस्ट डा. दुष्यंत मिश्रा ने आमंत्रित विशेषज्ञ वक्ता के तौर पर लेक्चर साझा किए। डा. दुष्यंत मिश्रा ने देश में फलों की उत्पादन क्षमता बढाने के लिए कहा कि इसके लिए हमें बागों के उचित रखरखाव पर ध्यान देना होगा और बागों में उगे पेड़ों के साथ जंगल के पेड़ों की तरह व्यवहार करने से बचना होगा। उन्होंने कहा कि भारत के आम, केला और चीकू फलों को विश्व में सबसे अच्छी क्वालिटी के फल माना गया है। लेकिन भारत इन फलों के उत्पादन में भी नंबर वन बने इसके लिए सतत रूप से काम करना जरूरी है।

तकनीकी सत्र के दूसरे वक्ता डा. डीएन भारद्वाज ने कहा कि प्लांट बिडिंग से हम फलों की अच्छी से अच्छी प्रजाति के फलों के उत्पादन करने में सफल हो रहे हैं। उन्होंने कृषि भूमि के कम होने और पेड़ों के कटान पर अंकुश नहीं लगने पर चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य की चुनौतियों को समझते हुए बायोफार्मास्यूटिकल्स के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शोध बहुत जरूरी है।
मंगलायतन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पी के दशोरा के कहा कि इस तरह के लेक्चर से सतत कृषि को बढावा मिलेगा और कृषि का गुणवत्तापूर्ण उत्पादन भी बढ़ेगा। डीन एकेडमिक प्रो राजीव शर्मा ने किसानों, कृषि संकाय के विद्यार्थियों और प्राध्यापकों के लिए लेक्चर को बहुत उपयोगी बताया। कार्यक्रम का संचालन डा आकांक्षा सिंह ने और आभार प्रकट कृषि संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. प्रमोद कुमार ने किया। इस अवसर पर प्रो.आर के शर्मा, प्रो. वेदरतन,डा. संजय सिंह, डा पवन कुमार सिंह, डा. प्रत्यक्ष पांडेय, डा. कृष्णा पटेल, डा.रोशन लाल,डा. मयंक प्रताप, डा. विपिन कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।

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