अलीगढ़ 18 सितंबर । मंगलायतन विश्वविद्यालय में विकसित उत्तर प्रदेश /2047 के अंतर्गत समृद्धि का शताब्दी पर्व मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई प्रथम द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को जागरूक करने के साथ प्रदेश और राष्ट्र के विकास में उनकी सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला विकास अधिकारी आलोक आर्य ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत 2047 के विजन को साझा किया। उन्होंने कहा कि देश को विकसित बनाने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश को भी सर्वोत्तम प्रदेश बनाना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए कृषि, शिक्षा, पर्यटन और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन और महान संस्कृति है, जिसने हमें वैश्विक पहचान दिलाई है, और इस विरासत को आगे बढ़ाने का दायित्व युवाओं पर है। जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी अनिल दीक्षित ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे विकसित उत्तर प्रदेश के लिए अपने सुझाव प्रस्तुत करें ताकि नीतियों को जमीनी स्तर पर और मजबूत बनाया जा सके। अपर जिला सांख्यिकी अधिकारी घनवीर सिंह ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए 12 सेक्टरों को चुना गया है। यदि इन क्षेत्रों में ठोस कार्य किए गए, तो प्रदेश को विकसित बनाने का लक्ष्य सहजता से पूरा हो जाएगा। कुलपति प्रो. पीके दशोरा, कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो. दिनेश शर्मा, डीन अकादमिक प्रो. राजीव शर्मा और डीन रिसर्च प्रो. रविकांत ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए आयोजकों को शुभकामनाएं दीं। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. दिनेश पांडे ने कहा कि युवा शक्ति यदि सही दिशा और दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ेगी तो हम विकसित और सशक्त बनकर उभरेंगे। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी मनीषा उपाध्याय ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डा. शालू अग्रवाल, डा. दिव्या माहेश्वरी, डा. भारतेन्दु चैहान, अवतार सिंह कुंतल, डा. सुजीत महापात्रा, डा. उन्नति जादौन, उमेश शर्मा, अजय राठौर, मयंक जैन, तरुण शर्मा, कलपेस, उदय कुशवाह आदि उपस्थित रहे। संचालन मुकेश कौशल ने किया।