Hamara Hathras

17/10/2024 9:06 pm

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सादाबाद (सहपऊ) 17 अक्टूबर । क्षेत्र के गांव चमरपुरा में बुधवार शाम काे हुई पांच वर्षीय बालक आतिप पुत्र सुराजुद्दीन उर्फ सोनू खां की मौत बुखार से नहीं हुई थी । बुधवार को उक्त गांव में बुखार से बच्चे की मौत की सूचना के बाद बृहस्पतिवार की दस बजे सीएचसी से डॉ ऐके वार्ष्णेय के साथ एक टीम गांव में पहुंची । स्वास्थ्य विभाग टीम ने सर्वप्रथम मृतक बच्चे के स्वजनों से वार्ता की । वार्ता में मृतक बाबा ने बताया कि कुछ दिन पहले आतिप को बुखार आ गया था । बुखार तो ठीक हो गया लेकिन उसे गले में परेशानी होने लगी । गले में परेशानी की दवा वह सादाबाद के ​एक निजी चिकित्सक से लेकर आए थे । इसके बाद जब उसके गले में अ​धिक परेशानी हुई हो हाथरस गले के चिकित्सक को दिखाया । उस चिकित्सक ने पहले तो उनको अलीगढ़ ले जाने की सलाह दी । इसके बाद उसने ही जिला ​अस्पताल में फोन कर किसी इंजेक्शन के बारे में जानकारी ली । इसके बाद उसने उनको जिला अस्पताल ले जाने के साथ आपातकाल कक्ष में ले जाने के लिए कहा । जब वह बच्चे को लेकर जिला अस्पताल के आपातकाल कक्ष में पहुंचे तो बच्चे को ऑक्सीजन लगाई और इंजेक्शन लगाने की तैयारी की । इंजेक्शन लगने से पहले ही बच्चे की मौत हो चुकी थी। जब टीम ने बच्चे का अस्पताल का कार्ड देखा तो उसमें डिप्थीरिया (गलाघोंटू) का इंजेक्शन नहीं लगा था । इस कारण अब यह सम्भावना जताई जा रही है कि बच्चे मौत डिप्थीरिया (गलाघोंटू) बीमारी से हुई है। इधर पीड़ित परिवार ने स्वास्थ्य ​विभाग पर ही यह इंजेक्शन नहीं लगाने का आरोप लगाया है। सीएचसी प्रभारी डॉ प्रकाश मोहन का कहना है कि स्वास्थ्य टीम ने पूरे गांव में भम्रण हर बच्चे के कार्ड देखे जिनमें अ​धिकाश बच्चों के डिप्थीरिया ( गलाघोंटू ) का टीका नहीं लगा था । गांव एक ही समुदाय के लोग निवास करते हैं वह टीकाकरण पर अ​धिक विश्वास नहीं करते टीम ने गांव में जाकर टीकाकरण किया है। जब टीम ने पूरे गांव में भ्रमण किया है तो कुछ परिवार ऐसे है कि उन्होंने बच्चों को पूरे टीके लगे हैं। पीड़ित परिवार का आरोप गलत है।

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