हाथरस 17 अक्टूबर। अखिल भारतीय माहौर क्षत्रिय स्वर्णकार समाज द्वारा स्वर्णकार कुल शिरोमणि महाराजा अम्बरीष जी की शोभायात्रा एवं जयंती समारोह का आयोजन किया गया। महाराजा अम्बरीष चौक हलवाई खाना पर पूजन अर्चना के उपरांत शोभा यात्रा गंगा मंदिर लोहट बाजार से प्रारंभ हुई, जिसका उद्घाटन भरतपुर से पधारे दीपक सोनी के द्वारा फीता काट कर किया गया। शोभायात्रा में चैयरमैन फरह शालिग्राम बटिया एवं मथुरा से उत्तम चंद्र वर्मा उपस्थित थे एवं विधायक अंजुला माहौर, पूर्व चैयरमैन आशीष शर्मा एवं ब्लाक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय ने शिरकत की। यहां पर सभी समाज बंधुओ का स्वागत अध्यक्ष बांके बिहारी वर्मा एवं मुख्य संयोजक राजकुमार कोठीवाल ने पटका और माला पहनकर किया गया। शोभायात्रा 20 झांकियां और बैंडों के साथ निकाली गई। समाज के बच्चे घोड़े पर सवार होकर राजकुमारों के स्वरूप में चल रहे थे। महाराज अंबरीश के स्वरूप में ओम सौनी थे। शोभायात्रा विभिन्न मार्गो से होती हुई कोठीवाल धर्मशाला पर समापन हुई। उसके उपरांत वहां पर सभा का आयोजन किया गया। जहां पर महाराजा अम्बरीष जी के छवि चित्र के समक्ष दीपपृजवलन कन्हैया वर्मा अलीगढ़ के द्वारा किया गया। सभापति के रूप में विनोद जोहरी आगरा व विशिष्ट अतिथियों में जगदीश सोनी जयपुर, हेमेंद्र सोनी अजमेर, पदम वर्मा आगरा, सुरेश चंद्र वर्मा आगरा, जिला अध्यक्ष कन्हैया लाल वर्मा सादाबाद, कृष्ण वर्मा खंदोली, सूरज वर्मा मथुरा के अलावा हसायन, सिकंद्राराऊ, मेंडू, मथुरा, पुरदिल नगर, मुरसान से स्वर्णकार बंधुओ के अलावा पूर्व सांसद राजेश दिवाकर ने भी भाग लिया। इस अवसर पर समाज के वृद्ध जनों का सम्मान नवीन वर्मा, शरद वर्मा ने किया एवं मेधावी छात्र- छात्राओं को भी सम्मानित किया गया और अल्प आयु वर्ग के बच्चों को छात्रवृत्ति संजीव वर्मा (ज्वेलरी पैलेस) द्वारा दी गई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से महामंत्री बंटू वर्मा मुरसान वाले, कोषाध्यक्ष विशाल सोनी, मोनू , गौरव वर्मा ,संजीव वर्मा भुखलारे वाले, राजेश वर्मा, जवाहरलाल वर्मा, राहुल माथुर, युवा जिला अध्यक्ष विक्रम वर्मा, नगर अध्यक्ष राकेश वर्मा, जिला महामंत्री राजेंद्र बाबू वर्मा, जिला कोषाध्यक्ष अरविंद सोनी, महेश चंद्र मैडू, किशन लाल वर्मा गुड्डू, राजेश विजयपाल कुमरपुर वाले, राजकुमार टौड वाले, हरिओम वर्मा, मुरारी लाल बिजली वाले कैलाश बाबू , भूपेंद्र सिंह वर्मा, सुरेंद्र सोनी का सहयोग सराहनीय था। सभी का सम्मान प्रतीक चिन्ह भेंटकर किया गया व शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। कार्यक्रम के उपरांत सभी ने अम्बरीष प्रसादी के रूप में सहभोज में भाग लिया।