हाथरस 30 मई । हाथरस नगर पालिका में फर्जी एफडीआर के जरिए ठेके लेने का बड़ा मामला सामने आया है। जिलाधिकारी द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर जेई (वाटर वर्क्स) को दोषी पाया गया है। जिलाधिकारी ने उनके खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं और शासन को निलंबन की संस्तुति भी भेजी है।
नगर पालिका के निर्माण, जलकल और प्रकाश विभाग में लगभग 5 करोड़ रुपए के ठेके लिए गए। जांच में सामने आया कि इन ठेकों के लिए जो एफडीआर प्रस्तुत की गई थीं, वे पूरी तरह फर्जी थीं। एफडीआर टेंडर प्रक्रिया में एक अहम दस्तावेज होती है, जो ठेकेदार की अनुबंध शर्तों के पालन की गारंटी मानी जाती है। जांच रिपोर्ट के अनुसार एसबीआई की 28 एफडीआर, पीएनबी की 12 एफडीआर और केनरा बैंक की एक फडीआर के जरिटेंडर लिए गए। जब इन एफडीआर का संबंधित बैंकों से सत्यापन कराया गया, तो सभी फर्जी पाई गईं। जांच में यह भी सामने आया कि जेई ने ठेकेदारों के साथ मिलकर 42 लाख रुपए की फर्जी एफडीआर तैयार कराईं और इन्हीं के आधार पर 35 कार्यों के लिए ठेके पास कराए गए। कुछ दिनों पूर्व अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) नगर पालिका कार्यालय पहुंचे थे और संबंधित दस्तावेज अपनकब्जे में ले लिए थे। उसी जांच के बाद यह खुलासा हुआ है। जांच में नाम आने के डर से कई अन्य अधिकारी और ठेकेदार भी सकते में हैं। उन्हें आशंका है कि कहीं इस मामले की आंच उन तक न पहुंच जाए।