सिकंदराराऊ (हसायन) 22 दिसंबर। पान मसाला प्रडोक्ट को बनाने वाली कंपनियो पर कराअपंवचन की कार्यवाही करने के लिए पहुंची टीम के बाद से ही बाजार में बाजार में आने वाले विभिन्न स्तर एवं अलग अलग विभिन्न प्रकार की संचालित कंपनियो के द्वारा निर्मित पान मसाला की कालाबाजारी होने पर शौकीनो वर्ग की जेब पर अधिभार बढता जा रहा है।कस्बा के अलावा पूरे जनपदीय क्षेत्र में हो रही पान मसाला की कालाबाजारी होने पर छोटे तबके के दुकानदारों के अलावा पान मसाला का सेवन करने वाले युवाओ के अलावा अन्य उम्र वर्ग के शौकीन लोग परेशानी हो रहे है।छोटे छोटे पांच रूपए तक की बिक्री में आने वाले पाउच पर कस्बा के थोक विक्रेताओ के द्वारा तीस से चालीस रूपए तक की कीमत का इजाफा कर खुलेआम पान मसाला की बिक्री पर कालाबाजारी करने में लगे हुए है।इसी क्रम के तहत दस रूपए से लेकर अन्य कीमतो वाले पाउच की प्रति बिक्री पर भी पांच से सात रूपए की प्रति पाउच के हिसाब से दाम अचानक बढा दिए जाने से पान मसाला का सेवन करने वाले शौकीन काफी परेशान होते जा रहे है।कस्बा के अलावा पूरे जनपद में हो रही पान मसाला की कालाबाजारी को लेकर स्थानीय जिम्मेदार पूरी तरह से बेफ्रिक बने हुए दिखाई दे रहे है।कस्बा के अलावा अन्य जगहो से आने वाले पान मसाला के विभिन्न प्रकार के प्रोडेक्ट ब्रांड पर छोटे छोटे दुकानदारो का बडे थोक की बिक्री करने वाले दुकानदारों के द्वारा स्टॉक जमा कर जमकर काला बाजारी करने में लगे हुए है।बाजार में बिकने वाले कई नामी कंपनी के पान मसाला ब्रांड के पांच रूपए कीमत वाले पाउच पर दो रूपए तो दस रूपए वाले पाउच की बिक्री पर पांच रूपए अतिरिक्त की अवैध बसूली कर माेटा मुनाफा कमाने में लगे हुए है।कस्बा के दुकानदार कहते है कि कस्बा में विभिन्न जगहो से आने वाले पान मसाला के माल को यह कहकर अतिरिक्त रेट बसूले जा रहे कि ऊपर से मॉल पर दाम बढा दिए गए है।लोगों का कहना है कि अगर कंपनी ने दाम बढाए तो फिर पाउच या पैकिट पर दाम क्यो नही बढे हुए दिखाई दे रहे है।