
हाथरस 12 दिसंबर । यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज दिवस 2025 के अवसर पर उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशन में व जनपद न्यायाधीश विनय कुमार के आदेशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस के तत्वाधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस के अपर जनपद न्यायाधीश, सचिव, प्रशान्त कुमार के मार्गदर्शन में जनपद हाथरस के विभिन्न स्थानों जिला चिकित्सालय, हाथरस, समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, जनपद हाथरस, समस्त तहसील विधिक सेवा समिति जनपद हाथरस में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन सम्बन्धित विभाग के विभागाध्यक्ष एवं पराविधिक स्वयं सेवकों द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें उन्होंने उपस्थिति जनता को बताया कि इस दिवस का मुख्य उद्देश्य हर व्यक्ति को गुणवत्तापूर्ण और किफायती स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करना है, ताकि कोई भी व्यक्ति पैसों की कमी के कारण इलाज से वंचित न रह जाए। इस दिन को दुनिया भर में मजबूत और न्यायसंगत स्वास्थ्य प्रणालियों के लिए जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सरकार द्वारा निम्नलिखित कार्यक्रम/योजनाएं चलाई जाती हैंः जैसे प्रजनन, मातृ, नवजात, बाल और किशोर स्वास्थ्य – जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम, मिशन इंद्रधनुष, जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, नवजात शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, परिवार नियोजन के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम, ‘लक्ष्य‘ कार्यक्रम (लेबर रूम क्वालिटी इम्प्रूवमेंट इनिशिएटिव) राष्ट्रीय पोषण कार्यक्रम, राष्ट्रीय आयोडीन की कमी विकार नियंत्रण कार्यक्रम, शिशु और छोटे बच्चों को खाना खिलाने का कार्यक्रम, फ्लोरोसिस की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम, एनीमिया नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय आयरन प्लस पहल संक्रामक रोग, एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम, राष्ट्रीय तपेदिक उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम, पल्स पोलियो कार्यक्रम, राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम, एंटी-माइक्रोबियल रेजिस्टेंस की रोकथाम पर राष्ट्रीय कार्यक्रम, गैर-संक्रामक रोग, राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग और स्ट्रोक की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम, व्यावसायिक रोगों के नियंत्रण और उपचार के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम, बहरेपन की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, अंधापन और दृष्टि हानि के नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम, बुजुर्गों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम, जलने की चोटों की रोकथाम और प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम, राष्ट्रीय मौखिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के सम्बन्ध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। इसके अतिरिक्त आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और जागरूकता, आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र के माध्यम से फ्री दवाएं, फ्री डायग्नोस्टिक्स और फ्री डायलिसिस पहलों को बढ़ावा देने के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी।











