
हाथरस 09 नवंबर । क्षेत्र के गांव अहरई की रहने वाली एक महिला के प्रसव के दौरान एएनएम और आशा की लापहरवाही से उसके गर्भ से मृत बच्चा पैदा होने का आरोप लगाया गया है। जिसकी शिकायत मुरसान कोतवाली में की गई है। खजान सिंह निवासी अहरई मुरसान का कहना है कि उसके पुत्र हरदौल की पत्नी अंजू गर्भवती थी। इसे 4 नवंबर की दोपहर को प्रसव पीड़ा हुई थी। जब परिवारजनों ने यह बात गांव की आशा महेंद्री को बताई तो महेंद्री ने एंबुलेंस को बुला लिया और अंजू को प्रसव के लिए मुरसान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले गई। लेकिन मुरसान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर उसे एंबलेंस से नहीं उतारा गया और उसी एंबुलेंस को मुरसान के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करील ले गए। जहां पर करील की आशा राधा व एएनएम कुशुमलता के द्वारा प्रसव करने के लिए जोर जबरदस्ती की गई। जिससे प्रसव से पहले ही पेट में बेटे की मौत हो गई है। खजान सिंह ने अपने नाती की मौत की जिम्मेदार एएनएम व आशा को माना है। जिसकी अधिकारियों से भी शिकायत की गई है। खजान सिंह का कहना है कि 3 नवंबर को करील की आशा राधा के द्वारा सादाबाद रोड मुरसान में अपने घर पर अंजू को ले जाया गया था और जहां पर दो हजार रूपये लेने के बाद उसका उपचार किया गया था। दूसरे दिन प्रसव करने से पहले ही इस आशा और एएनएम ने सात हजार रूपये प्रसव कराने के नाम पर बेटे से जमा कर लिए थे। आरोप है कि पैसे न देने पर दोनों ने प्रसव करने से इनकार कर दिया था। खजान सिंह ने आरोप लगाया है कि कुसुम लता व राधा के द्वारा जबरदस्ती की गई। उसकी पुत्रवधू के पेट में प्रसव के लिए जबरन धक्के लगाए गए थे। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और उसके पेट पर भी काफी निशान लगे हुए हैं। आरोप है कि इन्हीं दोनों ने मिलकर उल्टे सीधे धक्के मारकर पेट में ही बच्चे को खत्म कर दिया है। खजान सिंह का कहना है कि उसके बेटे की शादी पिछले वर्ष 9 जुलाई को हुई थी। उसकी पुत्र वधू अंजू के पहला बेटा पैदा होने वाला था। लेकिन चिकित्सकों की लापरवाही के कारण प्रसव के दौरान उसकी मौत हो गई है। खजान सिंह ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए मुरसान कोतवाली में शिकायत दी है। सीएमओ डॉ राजीव राय का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है, मामले की जांच कराई जाएगी।










