सिकंदराराऊ (हसायन) 28 अक्टूबर । क्षेत्र की ग्राम पंचायत इटरनी के गांव बदनपुर में मंगलवार को चकबंदी विभाग के द्वारा चकबंदी के कार्य प्रक्रिया को लेकर आयोजित हुई एक की बैठक संपन्न हुई।लंबे समय से चल रही भूमि पुनर्विन्यास की इस प्रक्रिया के तहत बदनपुर के प्राथमिक विद्यालय में एक विशेष बैठक आयोजित की गई।बैठक में चकबंदी अधिकारी सी.ओ.अनिल कुमार सिंह ने नवनिर्मित चको के भूचित्रों का अनुमोदन किया।इस बैठक में ग्रामीण काश्तकारों और विभागीय अधिकारियों की सक्रिय उपस्थिति देखने को मिली।चकबंदी अधिकारी अनिल कुमार सिंह के साथ सहायक चकबंदी अधिकारी मनोज कुमार,चकबंदी कर्ता जगदीश कुमार,चकबंदी लेखपाल किशोर कुमार, जितेंद्र कुमार और संदीप कुमार,ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।बैठक का संचालन सुव्यवस्थित ढंग से किया गया।बैठक में किसी प्रकार का विवाद या अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न नहीं हुआ।गांव बदनपुर में चकबंदी का कार्य पिछले कई महीनों से चल रहा था। चकबंदी की कार्य प्रक्रिया के दौरान नए चकों का निर्माण भू चित्र पर किया गया था।बैठक में उन सभी चकों को अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया गया।चकबंदी अधिकारी ने सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी आवश्यक बारीकियों की जांच की और संबंधित दस्तावेजों पर अपनी स्वीकृति प्रदान की।अधिकारियों का कहना था कि चकबंदी की इस प्रक्रिया से काश्तकारों को उनकी भूमि का वैज्ञानिक और न्यायपूर्ण विभाजन मिलेगा।जिससे भविष्य में भूमि विवादों की संभावना न्यूनतम रहेगी।बैठक में ग्रामीण काश्तकारों की सहभागिता भी उल्लेखनीय रही। अधिकतर किसानों ने चकबंदी टीम के कार्य को सराहा।काश्तकारों के द्वारा चक संबंधी कोई समस्या नहीं रखी गई।कुछ काश्तकारों के द्वारा विभाजन संबंधी समस्या रखी गई। जो न्यायालय में विचाराधीन है।अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ऐसे सभी मामलों में न्यायालय के निर्णय का पूरी तरह सम्मान किया जाएगा और उसके अनुरूप ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।चकबंदी अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि बदनपुर गांव में चकबंदी प्रक्रिया लगभग अपने अंतिम चरण में है।उन्होंने कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी किसान के साथ अन्याय न हो और भूमि का आवंटन पारदर्शी तरीके से पूरा किया जाए।सहायक चकबंदी अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि भूचित्र निर्माण में आधुनिक तकनीक और मापदंडों का विशेष ध्यान रखा गया है, ताकि भविष्य में किसी प्रकार के मानचित्रण संबंधी विवाद उत्पन्न न हों।ग्राम प्रधान ने बताया कि ग्राम पंचायत प्रशासन पूरी तरह से चकबंदी टीम के साथ सहयोग कर रहा है। उन्होंने कहा कि गांव का हर किसान इस बदलाव के बाद अपनी भूमि का उपयोग अधिक सुव्यवस्थित तरीके से कर सकेगा।खेतों का आकार और स्थिति पहले की तुलना में अधिक संतुलित होगी,जिससे सिंचाई और आवागमन से जुड़ी समस्याएं भी काफी हद तक दूर हो जाएंगी।बैठक के अंत में चकबंदी अधिकारी ने सभी उपस्थित कर्मचारियों और ग्रामीणों का आभार जताया और कहा कि बदनपुर में चकबंदी का कार्य प्रदेश में एक अनुकरणीय उदाहरण साबित होगा। उन्होंने सभी से अपील की कि विवादों का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से किया जाए और विकास में सहयोग दिया जाए।