हाथरस 19 अगस्त । कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को जिलाधिकारी राहुल पाण्डेय ने 50 लाख से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन एवं पूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की। डीएम ने संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को शेष कार्यों को निर्धारित समयावधि में गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करने और विभागीय अधिकारियों को नियमित निरीक्षण कर प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी परियोजना का हैंडओवर करने से पहले प्रस्तावित कार्ययोजना से मिलान अवश्य किया जाए, ताकि बाद में समस्याएं न आएं। स्पोर्ट्स स्टेडियम हाथरस, जल निगम नगरीय समेत कई निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुए डीएम ने अधिक संख्या में मजदूर लगाकर तेजी लाने के निर्देश दिए। डीएम ने कार्यदायी संस्थाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि संतोषजनक प्रगति न होने पर विलम्ब शुल्क वसूला जाएगा और जिम्मेदारी तय कर शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। मुख्य विकास अधिकारी को कार्यों की जांच समिति गठित कर अवमुक्त व उपभोग की गई धनराशि तथा भौतिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया।
बैठक में जिले की प्रमुख परियोजनाओं की समीक्षा हुई जिनमें जिला अस्पताल में 50 बेड क्रिटिकल केयर ब्लॉक का निर्माण, नवीन आश्रम पद्धति मऊ चिरायल, गो-संरक्षण केंद्र नगला गढ़ू, तालाब चौराहा स्थित तालाब का सौंदर्यकरण, जलेसर रोड पर 133 दुकानों का कॉम्प्लेक्स, कान्हा गौशाला पशु शेल्टर होम, कंचना सरोवर व दाऊजी महाराज मंदिर पर्यटन विकास कार्य, नवीन जिला कारागार भवन, मॉडल कंपोजिट विद्यालय बर्दवारी, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय हसायन का एकेडमिक ब्लॉक व हॉस्टल। जिलाधिकारी ने साफ कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाई गई तो संबंधित संस्था के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, एडीएम, प्रभागीय वनाधिकारी, डीएसओ, डीपीआरओ, सीएमओ, समाज कल्याण अधिकारी, अधिशासी अभियंता सहित संबंधित विभागों के अधिकारी व कार्यदायी संस्थाओं के प्रभारी मौजूद रहे।