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हाथरस 16 अगस्त । आगरा रोड स्थित श्री राधा बिहारी पब्लिक स्कूल में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम उल्लास के साथ मनाया गया। हाथरस के प्रमुख समाजसेवी श्री नंनूमल गुप्ता, विद्यालय के अध्यक्ष श्री एपी सिंह, निदेशक प्रदीप सेंगर, प्रबंधक पुनीत सिंह, प्रधानाचार्य ज्ञानेंद्र दत्त शर्मा, अनुशासन अधिकारी सचिन अग्निहोत्री द्वारा संयुक्त रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। कार्यक्रम में देशभक्ति से ओतप्रोत कविता,भाषण आदि का प्रदर्शन विद्यालय के छात्रों द्वारा किया गया। इससे पूर्व विद्यालय में कई दिनों से आयोजित की जा रही गतिविधियों का भी समापन हो गया। इन गतिविधियों में विद्यालय के सभी छात्र छात्राओं तथा शिक्षक-शिक्षिकाओं ने पूरी निष्ठा के साथ प्रतिभाग किया। इस दौरान छात्रों द्वारा विभिन्न प्रकार की आकृतियां ,देश प्रेम के गाने ,कविताएं तथा पथ संचलन भी शामिल था। यह सभी कार्यक्रम काफ़ी आकर्षक थे। नन्हे मुन्ने बच्चों ने देश के प्रसिद्ध प्रेरक व्यक्तियों के पोशाक पहनकर सभी की तालियां बटोरी।
स्कूल के प्रधानाचार्य ज्ञानेंद्र दत्त शर्मा ने कहा कि हर साल 15 अगस्त का दिन हम सभी भारतीयों के लिए गर्व, सम्मान और देशभक्ति की भावना से भरा होता है यह दिन हमें स्वतंत्रता संग्राम के वीर सपूतों के त्याग और बलिदान की याद दिलाता है जिन्होंने देश को अंग्रेजी हुकूमत से आजादी दिलाने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस कीआधिकारिक थीम ”नया भारत” है इसका उद्देश्य एक स्मार्ट सुरक्षित और आत्मविश्वासी भारत की चल रही प्रगति का जश्न मनाना है साथ ही आगे बढ़ाने के लिए नई ऊर्जा और प्रेरणा जागना भी है यह थीम युवाओं और सभी नागरिकों को यह संदेश देती है कि हम न केवल अपनी आजादी का सम्मान करें बल्कि भारत को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए तत्पर रहे।
अंत में स्कूल के अध्यक्ष एपी सिंह ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए समस्त स्कूल स्टॉफ व सभी बच्चों की प्रशंसा की और कहा कि 15 अगस्त सन 1947 को हमारे पूर्वजों ने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर स्वतंत्रता प्राप्त की थी । स्वतंत्रता के इस राष्ट्रीय पावन पर्व पर आज हम सभी उन महान वीर और अमर बलिदानी सपूतों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कोटि-कोटि नमन करते हैं । उनके शौर्य, पराक्रम, बलिदान, त्याग, निष्ठा और राष्ट्र प्रेम के स्वर्णिम इतिहास से हमें प्रसन्नता के साथ-साथ देश प्रेम व कर्तव्यनिष्ठा के लिए प्रेरणा मिलती है ।राष्ट्रधर्म सभी धर्म में सर्वोपरि है ,क्योंकि इसमें जनकल्याण की भावना निहित है। हमारा कर्तव्य है कि हम अपने पूर्वजों की भांति राष्ट्रहित को प्रमुखता दें एवं राष्ट्र की गरिमा, सम्मान और गौरव संजोए रखने हेतु सदैव तत्पर रहें। सभी कार्यक्रमों को सफल बनाने में विद्यालय के समस्त शिक्षकों एवं अन्य कर्मचारियों का सहयोग प्रशंसनीय था।

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