हाथरस 16 अगस्त । श्यामकुंज स्थित एमएलडीवी पब्लिक इण्टर कॉलेज एवं तरफरा रोड़ स्थित आरकेएसके इण्टरनेशनल स्कूल में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन के साथ मनाया गया। वक्ताओं ने बतलाया कि भगवान कृष्ण, भगवान विष्णु के अवतार थे, जिनका जन्म द्वापर युग में हुआ था। श्री कृष्ण युग-युगों से हमारी आस्था के केन्द्र रहे हैं। कभी उन्होंने यशोदा मैया के लाल बनकर बाल-लीलायें कीं, तो कभी राधा के प्रियतम बनकर विशुद्ध प्रेम की प्रस्तुति की। योगीराज कृष्ण का सम्पूर्ण जीवन असत्य पर सत्य, अनाचार पर सदाचार एवं अधर्म पर धर्म की रक्षा के लिये समर्पित था, जो वर्तमान में समस्त प्राणियों को सत्य, प्रेम, सद्भाव एवं भाईचारे की प्रेरणा देता है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये संस्था के डायरेक्टर स्वतंत्र कुमार गुप्त ने बतलाया कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस दिन श्री कृष्ण बाल रूप लड्डू गोपाल की पूजा-अर्चना व्रत के साथ सम्पन्न होती है। भगवान श्री कृष्ण के पास सुदर्शन चक्र, कौस्तुम मणि और पांचजन्य बाँसुरी थी, जिसकी ध्वनि पर वह गोपी-गोपिकाओं एवं गाय आदि को सम्मोहित कर दूर-दूर से अपने पास बुला लेते थे और वह सब बाँसुरी की मधुर तान पर अपनी शुद-बुध खोकर नृत्य करने लगते थे।
कार्यक्रम में निहाईशा, मानशी, रितिका, आयुशी, र्कीति, खादिजा, वंदना, आर्या, मंनत, परिधि, उपासना, कनक, माधव, अभि, यशिका, नक्ष, रूद्र, सानवी, अनन्या, दीक्षा, शाजिद, दिव्या, आराध्या, समीक्षा, अर्पित, क्षितिज, कृष्ण रूप में बने मन-मोहक स्वरूपों एवं उनकी लीलाओं ने जन-जन को मंत्र-मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्डिनेटर शैलकान्ता गुप्ता, प्रशासनिक प्रमुख हर्षित गुप्ता (एड0), प्रधानाचार्या पूनम वार्ष्णेय एवं आरकेएसके की प्रधानाचार्या ज्योति सिंह, उप-प्रधानाचार्या शाजिया रफीक खान, प्रीति यादव, निहारिका वार्ष्णेय, गजल सौखिया, संजय कुमार, रूपेन्द्र चौहान, श्याम सिंह एवं समस्त स्टाफ आदि का सहयोग रहा। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ0 रेखा जादौन एवं ऊष्मा कश्यप ने किया। अन्त में संस्था के डायरेक्टर स्वतंत्र कुमार गुप्त ने सभी का आभार व्यक्त किया।