
हाथरस/झांसी 04 अगस्त | बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का सभागार विगत रात साहित्य प्रेमियों से खचाखच भरा रहा, जब एक भव्य समारोह में राष्ट्रकवि मैथिली शरण गुप्त सम्मान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति मुकेश पांडे ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में मंडलायुक्त विमल दुबे, डीआईजी केशव कुमार चौधरी, महापौर बिहारी लाल आर्य तथा हिंदी विभाग के डीन मुन्ना तिवारी मंचासीन रहे। इस गरिमामयी अवसर पर राष्ट्रकवि मैथिली शरण गुप्त के पौत्र वैभव गुप्त की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी विशेष बना दिया। मंच से सम्मानित हस्तियों के करकमलों द्वारा देश के जाने-माने कवि विष्णु सक्सेना को “राष्ट्रकवि मैथिली शरण गुप्त सम्मान” प्रदान किया गया, जो साहित्य क्षेत्र में उनके योगदान का सजीव प्रमाण बना। कार्यक्रम के दौरान एक सजीव कवि सम्मेलन का भी आयोजन हुआ, जिसका संचालन प्रसिद्ध गीतकार अर्जुन सिंह चांद ने किया। इस कवि सम्मेलन में मंच पर विष्णु सक्सेना के अलावा मनवीर मधुर, दीपक दनादन, अमन अक्षर और वंदना विशेष जैसे लोकप्रिय कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। समारोह की एक और विशेष उपलब्धि रही, जब राष्ट्रकवि के प्रपौत्र प्रिय विदित गुप्त विशेष रूप से इंग्लैंड से भारत पधारे और इस आयोजन में अपने परदादा को समर्पित सम्मान समारोह का सजीव साक्षी बने। उनकी उपस्थिति ने भावनात्मक वातावरण में एक ऐतिहासिक गूंज भर दी। यह आयोजन न केवल मैथिली शरण गुप्त जी की साहित्यिक विरासत को स्मरण करने का अवसर बना, बल्कि वर्तमान पीढ़ी के साहित्य साधकों के लिए एक प्रेरणास्रोत भी सिद्ध हुआ।










