हाथरस 23 जुलाई । उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के गिजरोली स्थित वर्कशॉप पर मंगलवार को संविदा चालक-परिचालकों ने अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार करते हुए बस संचालन ठप कर दिया, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। धरना स्थल पर पहुंचे सदर विधायक अंजुला सिंह माहौर ने कर्मचारियों से संवाद कर उनकी समस्याएं गंभीरता से सुनीं। उन्होंने मौके पर ही सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (एआरएम) को बुलाकर कर्मचारियों की मांगों की सूची मंगवाई और समस्याओं के शीघ्र समाधान के निर्देश दिए। इस अवसर पर तहसीलदार सहित भाजपा नगर अध्यक्ष मूलचंद वार्ष्णेय, प्रशांत शर्मा, विष्णु बघेल, रजत अग्रवाल, संजय सक्सेना सहित कई भाजपा पदाधिकारी मौजूद रहे। विधायक ने आश्वासन दिया कि कर्मचारियों की न्यायोचित मांगों को शासन स्तर तक पहुंचाकर आवश्यक कार्रवाई कराई जाएगी।
धरना दे रहे चालक-परिचालकों का कहना है कि वे लंबी दूरी के मार्गों पर जैसे आगरा-लखनऊ, आगरा-देहरादून और आगरा-ऋषिकेश बसों का संचालन करते हैं, जिसमें दो दिन लगते हैं। पहले उन्हें इसके लिए चार दिन की उपस्थिति दी जाती थी—दो दिन ड्यूटी और दो दिन डीडीआर। लेकिन अब सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा 1100 किलोमीटर संचालन के बावजूद सिर्फ तीन दिन की उपस्थिति दर्ज की जा रही है। कर्मचारियों ने कहा कि उनका वेतन किलोमीटर के आधार पर तय होता है, इसलिए वे अधिक दूरी की ड्यूटी स्वयं लेते हैं। लेकिन लगातार काम करने से मानसिक और शारीरिक थकान होती है, जिससे दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है।
प्रयागराज महाकुंभ ड्यूटी का भुगतान भी बना विवाद
चालक-परिचालकों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रयागराज महाकुंभ ड्यूटी के दौरान अन्य मंडलों को पूरा भुगतान मिला, जबकि अलीगढ़ क्षेत्र के कर्मियों के दो दिन का वेतन काट लिया गया। धरने के चलते कई रोडवेज बसों का संचालन बाधित रहा और यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि समस्याओं का समाधान जल्द नहीं हुआ, तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा।