सिकंदराराऊ (हसायन) 20 जुलाई । मथुरा बरेली वाले सिकंदराऊ हाथरस मार्ग पर संचालित राष्ट्रीय राजमार्ग की निर्माण दायी संस्था के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग हाईवे निर्माण में चल रही व्यवस्था को लेकर कावड़ियों को सुरक्षित अपने स्थान पर पहुंचने के लिए प्रशासन द्वारा तरह-तरह की सभी व्यवस्थाएं भले ही पूर्ण कर ली गई हो।मगर प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी कावंडियो की राह में हर दस से पन्द्रह मीटर की दूरी पर जगह जगह पर एक चूक अभी बरकरार है।राष्ट्रीय राजमार्ग के हाईवे मार्ग के वाहनपुर से लेकर सिकन्द्राराऊ मार्ग के आगे तक रोड विभिन्न अनेकों जगह पर रोड दस पन्द्रह मीटर की दूरी पर जगह रोड की व्यवस्था को लेकर विभिन्न जगहो पर जगह जगह से क्षतिग्रस्त होने के कारण कंकरीट युक्त टूटा हुआ पड़ा है।श्रावण मास के आठवें दिन रविवार को द्वितीय सोमवार को पूर्व संध्या पर रविवार को मथुरा बरेली राष्ट्रीय राजमार्ग से निकलने वाले दूर दराज के प्रांत व शहरों के कावंडिए सोरों जी लहरा घाट से विभिन्न प्रकार की कावंड के माध्यम से गंगाजल लेकर शिव मंदिरों के लिए रवाना होते दिखाई देते रहे।कावंडियो को गतंव्य तक सुरक्षित पहुंचाए जाने का दावा करने वाले जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियो के द्वारा कावंडियो के कावंड पथ मार्ग पर सड़क निर्माण कार्य के दौरान मार्ग के पुलियाओं के उतार-चढ़ाव और आवागमन व्यवस्था के लिए जगह जगह पर कंकरीट युक्त मार्ग छोंड दिए जाने के कारण वर्तमान में क्षतिग्रस्त होने के कारण कई जगहो पर टूटा हुआ पड़ा है।उक्त क्षतिग्रस्त मार्ग से निकलने वाले के साथ साथ सोरों जी गंगा व कछला गंगाघाट के लिए आने जाने वाले हजारों कांवडियो को काफी परेशानी का सामना भी करना पड रहा है।कावंडियो को जगह जगह पर सुरक्षित पहुंचाए जाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग की कार्यदायी संस्था के कर्मचारियो के द्वारा कावंडियो की राह में पडी कंकरीटनुमा क्षतिग्रस्त टूटी फूटी हुई सडक को सही नही किए जाने के कारण कावंडियो को वर्तमान में भारी परेशानी हो रही है।कावंडियो के पथ मार्ग पर जगह जगह दस से पन्द्रह मीटर के जर्जर क्षतिग्रस्त मार्ग को लेकर हाईवे की कार्यदाई संस्था द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा।कार्यदायी संस्था के साथ प्रशासन की अनदेखी भरी चूक कांवड़ियों के पैर में काफी दर्द दे रही है।कावड़ियों की व्यवस्था के लिए प्रशासन और समाजसेवियों द्वारा जगह-जगह कैंप लगाए गए हैं,जिसमें यह लोग आराम कर सकते हैं।इसी के साथ प्रशासन द्वारा मिट्टी से भरे कट्टे रिफ्लेक्टर लगाकर व्यवस्था को बनाया गया है।कावंडियो की सुरक्षात्मक पहलू को ध्यान में रखते हुए सडक के किनारे मिटटी भरवाकर लगवाए गए बोरों की हालात भी जगह जगह पर क्षतिग्रस्त स्वरूप में दिखाई देती रही।कावंडियो के पथ मार्ग पर मथुरा बरेली मार्ग पर कहीं पर रात्रि में कावंड में गंगाजल लेकर जाने वाले कावंडियो के लिए उजाला स्वरूप विद्युत यानि बिजली से संचालित होने वाले उपकरण भी नही लगवाए गए है।जिससे कारण विभिन्न कावंडियो को कंकरीट युक्त पथ मार्ग पर निकलने के दौरान उबड खाबड मार्ग पर गडडे व मिट्टी के टीले जैसे रास्ते के समाप्त व प्रारंभ होने के बारे में कोई जानकारी नही हो पा रही है।कावंडियो के पथ मार्ग पर कहीं पर भी कोई लाइटिंग की सुविधा युक्त व्यवस्था नही हाेने के कारण वाहनो के आने जाने के दौरान ही उजाला दिखाई देता है या फिर सडक के किनारे लगे सूचक पट पर लगी पट्टी पर ही वाहनों की लाइट पडने के दौरान उजाला सा होता हुआ दिखाई देता है।कावंड लेने के जा रहे कावंडिए अनमोल गुता ने कहा कि मथुरा बरेली पथ मार्ग पर हाइवे पथ मार्ग निर्माण के दौरान वाहनपुर से लेकर सिकन्द्राराऊ के आगे तक जगह जगह पर क्षतिग्रस्त उबड खाबड मार्ग पर परेशानी का सामना करना पड रहा है। जगह जगह उबड खाबड क्षतिग्रस्त जैसे हालात उत्पन्न हो रहे पथ मार्ग पर कहीं पर भी कोई उजाले व लाइट की भी सुविधा व्यवस्था नही दिखाई देती है।वाहनो के आवागमन के दौरान ही सडक पथ मार्ग पर रोशनी दिखाई पड जाती है।कावंडिए बंटी का कहना है मथुरा बरेली मार्ग से हर रोज श्रावण मास में तमाम दूर दराज के अलावा क्षेत्र से भी लोग विभिन्न कावंड के माध्यम से गंगाजल लेकर आ जा रहे है।मगर रात्रि में उबड खाबड मार्ग होने के बाद भी कहीं पर भी लाइट बिजली की कोई व्यवस्था कावंडियो के लिए नही की गई है।जिससे रात्रि में कावंडियो काे मार्ग के प्रारंभ व समाप्त होने के बारे में कोई जानकारी नही हो पाती है।