Hamara Hathras

Latest News

सादाबाद 23 नवंबर । लगातार बढ़ रही ठंड के बावजूद रैन बसेरे बंद पड़े हैं। इसके चलते बेसहारा और गरीब लोग खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर हैं। तापमान में लगातार गिरावट से उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, प्रशासन हर साल कागजों में रैन बसेरों का संचालन दिखाता है, लेकिन जमीनी हकीकत अलग है। रैन बसेरों में न तो व्यवस्थापक मौजूद हैं और न ही जरूरतमंदों को कोई सुविधा मिल रही है। लोग ठंड से बचने के लिए सड़क किनारे, दुकानों के बाहर और बस स्टैंडों पर रात गुजारने को विवश हैं। बेसहारा बुजुर्गों ने बताया कि यदि रैन बसेरों में उचित व्यवस्था हो, तो उन्हें इस भीषण सर्दी से बड़ी राहत मिल सकती है। विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी प्रशासन से तत्काल रैन बसेरों को चालू कराने और व्यवस्थापकों की तैनाती सुनिश्चित करने की मांग की है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। इस संबंध में, नगर पंचायत के अधिकारियों ने कहा कि रैन बसेरे की व्यवस्थाओं को ठीक करने के लिए टीमों को निर्देश जारी किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ठंड का प्रकोप बढ़ने के साथ ही निरीक्षण अभियान तेज किया जाएगा। स्थानीय लोग व्यवस्थापकों और संबंधित विभागों की जवाबदेही पर सवाल उठा रहे हैं कि सर्दी शुरू होने के बावजूद बेसहारा लोगों के लिए राहत के इंतजाम कब तक धरातल पर उतरेंगे। एसडीएम मनीष कुमार ने बताया कि रैन बसेरे प्रारंभ हो चुके हैं और उनकी व्यवस्था की जांच की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि बेसहारा लोगों को रैन बसेरों में भेजा जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts

You cannot copy content of this page