सिकंदराराऊ (हसायन) 28 जुलाई । श्रावण मास के तृतीय सोमवार को शिवभक्तों की श्रद्धा और भक्ति अपने चरम पर रही। सोमवार की भोर होते ही क्षेत्र के विभिन्न शिवालयों में पूजा-अर्चना का सिलसिला प्रारंभ हो गया। शिवभक्तों ने उपवास व व्रत रखकर भगवान शिव का पंचामृत स्नान व जलाभिषेक कर शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, भांग, काले तिल व फल-फूल चढ़ाकर आराधना की। भक्तों ने भगवान शिव की स्तुति करते हुए ‘बम भोले’, ‘जय महाकाल’, ‘हर-हर शंभू’ के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय कर दिया। मंदिरों में शिव चालीसा, आरती और शिव मंत्रोच्चारण गूंजते रहे, जिससे संपूर्ण क्षेत्र में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ।
कांवड़ियों ने गंगाजल से किया शिव का जलाभिषेक
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाए जा रहे तृतीय सोमवार पर कस्बा हसायन समेत ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में कांवड़िए सोरो लहराघाट से गंगाजल लाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करने पहुंचे। शिव भक्तों ने साधारण, कलश कांवड़ एवं डाक कांवड़ के माध्यम से जल लाकर स्थानीय शिव मंदिरों में श्रद्धापूर्वक चढ़ाया। कांवड़ यात्रियों ने नंगे पांव चलकर और गंगा जल को सिर पर धारण कर अपने ईष्टदेव शिव को समर्पित कर मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान रास्ते भर शिव भजन, हर-हर महादेव के नारों और ढोल नगाड़ों की धुनों से वातावरण गूंज उठा।