हाथरस 16 जुलाई । विद्युत दरों में की जा रही बढ़ोत्तरी के विरोध में लघु उद्योग भारती, हाथरस इकाई ने दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, आगरा को एक ज्ञापन सौंपते हुए इस वृद्धि को अनुचित और जनविरोधी बताया है। संगठन ने ज्ञापन में स्पष्ट रूप से कहा कि पहले से ही बिजली की दरें काफी अधिक हैं, और इस पर फिर से बढ़ोतरी किए जाने से आम जनता और लघु उद्योगों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि नई दरें लागू होने से स्थायी और अस्थायी दोनों ही उपभोक्ताओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। विशेष रूप से लघु उद्योग और मध्यम वर्गीय उपभोक्ताओं पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ेगा। संगठन का कहना है कि नई दरें घरेलू बजट को भी गड़बड़ा देंगी। लघु उद्योग भारती ने मांग की है कि इस वृद्धि को तत्काल प्रभाव से रोका जाए, क्योंकि यह आम लोगों के हित में नहीं है। उन्होंने विभाग से इस विषय पर पुनर्विचार करने की अपील की है। ज्ञापन सौंपते समय संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि दरों में वृद्धि को नहीं रोका गया तो आगे आंदोलनात्मक कदम उठाए जा सकते हैं।