हाथरस 01 अक्टूबर । युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की इकाई नेहरू युवा केन्द्र हाथरस के तत्वाधान में जिला युवा अधिकारी दिव्या शर्मा, लेखा एवं कार्यक्रम सुपरवाइजर ऊषा सक्सेना के नेतृत्व में स्वच्छता ही सेवा अभियान चलाया जा रहा है इसके तहत माई भारत के स्वयंसेवक जगह-जगह स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक कर रहे हैं।
मेरा भारत युवा कार्यक्रम एवं भारत सरकार के तत्वावधान में आज एसपी इन्टर कॉलेज रमनपुर के प्रागंण में स्वच्छता अभियान चलाया गया। स्वच्छता ही सेवा है अभियान के तहत श्रमदान कर स्वच्छता को जीवन में अपनाने का संकल्प लिया। अभियान का शुभारम्भ विद्यालय के प्रधानाचार्य भुवनेश शर्मा ने किया। उन्होने युवाओं को प्लास्टिक के उपयोग से होने वाले नुकसानों के बारे में बताते हुए उन्हें वैकल्पिक पर्यावरण अनुकूल वस्तुओं के उपयोग की सलाह दी उन्होने युवाओं को बताया कि स्वच्छता को आदत बनाने और महात्मा गॉधी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए स्वच्छ भारत से विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त करने में सभी का योगदान आवश्यक है उन्होने कहा कि बिगड़ी स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए स्वच्छता ही एक उपाय है लोग स्वच्छता के प्रति लापरवाही बरत रहें हैं जिससे बीमारी फैलती हैं स्वच्छ रहने से सारी बीमारियां दूर हो सकती है। इसलिए हम सभी को स्वच्छता का संकल्प लेकर अपने जिले को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान देना है। इस अवसर पर उन्होने सभी को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई।
अध्यापक मुनेन्द्र मोहन शर्मा ने युवाओं को जानकारी देते हुए बताया कि प्राकृतिक संशाधनों को बचाने के लिए हमें छोटे-ठोटे प्रयास करने होंगें उन्होने कहा कि इस अभियान में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को भाग लेना चाहिए। प्लास्टिक प्रदूषण से आम जनमानस को नुकसान तो होता ही हे लेकिन पर्यावरण इससे बहुत दूषित होता है। उन्होने युवाओं को प्रेरित किया करते हुए कहा कि यह अभियान 17 सितम्बर से 02 अक्टूवर तक चलाया जायेगा। जिसमें सिंगल यूज प्लास्टिक को संग्रहित कर उसका निस्तारण करना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने के लिए प्रेरित किया जायेगा। इस कार्यक्रम में आप सभी को बढ़-चढ़कर भाग लेना है।
कार्यक्रम में नितिन कुमार दुवे, अनिल कुमार सिंह, वर्षा शर्मा, प्राची पचौरी आदि अध्यापकों ने युवाओं को स्चच्छता कि प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम में ठाकुर पौरूष, अनिल कुमार सैनी, भूपेन्द्र सिंह, निशा उपाध्याय, सांरग भारती, निशा कुमारी, अंजनी पौरूष, नमन जयसवाल, रामू दीक्षित, सौरभ कुमार आदि का सहयोग सराहनीय रहा।