
हाथरस (मुरसान) 18 अक्टूबर । क्षेत्र के गांव करील के रहने वाले अग्निवीर सचिन पौनियां उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने के बाद से लापता हैं। लापता सचिन को खोजने का काम लगातार सेना के लोग धराली में कर रहे हैं। इसे लेकर शुक्रवार को धराली से लापता सचिन की बटालियान के सूबेदार उदय सिंह, एएसआई विक्रम सिंह, हेड कांस्टेबल अरविंद कुमार गांव करील पहुंचे। करील में परिवार के लोगों से बातचीत होने के बाद वह लापता सचिन के ततेरे भाई संतोष पोनियां व प्रकाशवीर पोनियां के साथ मुरसान कोतवाली आए और कागजी कार्रवाई को पूरा किया है। सूबेदार उदय सिंह ने बताया कि लापता सचिन की तलाश जारी है। धराली में बादल फटने से सेना के 9 जवान लापता हुए थे। इनमें 3 के शव मिल चुके हैं। 6 जवान अभी लापता है। उन्हें भी खोजने का प्रयास किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि गांव करील के रहने वाले सचिन पौनियां (23 वर्ष) पुत्र चंद्रवीर सिंह ने गांव के ही तुहीराम इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की और 2021 में बीए के साथ-साथ एनसीसी में प्रशिक्षण लिया। वह अपने पिता के इकलौते बेटे हैं, इसी दौरान सचिन ने सेना की तैयारी शुरू कर दी। 30 अक्तूबर 2024 को सचिन पौनियां अग्निवीर के रूप में सेना में भर्ती हुए। ट्रेनिंग होने के बाद पहली तैनाती 19 जून को उत्तरकाशी के धराली स्थित हर्षिल घाटी में हुई। पहली तैनाती के लिए सचिन अपने घर से अपने माता-पिता सहित अन्य बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर गए थे। 4 अगस्त को सचिन ने अपने परिवार सहित अपने दोस्तों से भी फोन पर बातचीत की थी। इससे कुछ दिन पहले धराली में बादल फटने की घटना के बाद वहां पर रेस्क्यू कार्य के लिए सचिन सहित 11 जवान भेजे गए थे, जिसमें एक हवलदार भी थे। रेस्क्यू को भेजी गई टीम को जाने के बाद उनका कोई अता-पता नहीं चल सका है। 7 अगस्त को सेना के सीओ रैंक के अधिकारी ने फोन पर माता-पिता को बताया कि उनका बेटा सचिन लापता है। जैसे ही यह खबर परिजनों को मिली तो परिवार में दुख की लहर दौड़ गई। तभी से परिजन, ग्रामीण, रिश्तेदार और सचिन के दोस्त मायूस हैं और सचिन के मिलने का इंतजार कर रहे हैं।













