हाथरस 08 अक्टूबर । निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में निर्वाचक नामावली विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के दृष्टिगत कलेक्ट्रेट सभागार में जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी राहुल पाण्डेय की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी, ईआरओ, एईआरओ, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल पाण्डेय ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण कार्य को पूर्ण पारदर्शिता, शुद्धता एवं समयबद्धता के साथ संपादित किया जाए। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने, संशोधन तथा स्थानांतरण से संबंधित सभी दावे एवं आपत्तियों का निस्तारण निर्धारित समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण ढंग से किया जाना आवश्यक है।
डीएम ने सभी निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों को निर्देशित किया कि बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) द्वारा घर-घर सत्यापन कार्य को गंभीरता एवं जिम्मेदारी के साथ कराया जाए, ताकि किसी भी पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची से छूटने न पाए। उन्होंने कहा कि बीएलओ जितनी निष्ठा और जिम्मेदारी से पुनरीक्षण कार्य करेंगे, मतदाता सूची उतनी ही शुद्ध, सटीक और त्रुटिरहित तैयार होगी, जिससे मतदान प्रक्रिया निष्पक्ष एवं पारदर्शी रूप से संपन्न हो सकेगी। उन्होंने समस्त ईआरओ/एईआरओ को निर्देश दिया कि पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान प्राप्त फार्म 6, 7 और 8 की सावधानीपूर्वक जांच की जाए तथा बीएलओ द्वारा अपलोड की जा रही आख्या का भौतिक सत्यापन भी सुनिश्चित किया जाए, ताकि मतदाता सूची की गुणवत्ता और शुचिता बनी रहे।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने यह भी कहा कि संशोधन हेतु प्राप्त फार्मों को विशेष प्राथमिकता के आधार पर संशोधित कर ऑनलाइन दर्ज किया जाए। विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान का मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची की सुचिता और पूर्णता सुनिश्चित करना है। इसके तहत शत-प्रतिशत पात्र युवाओं को मतदाता सूची में शामिल करना, साथ ही मृतक एवं स्थानांतरित मतदाताओं के नामों को हटाना और गलत प्रविष्टियों को सुधारना प्रमुख लक्ष्य है। बैठक में अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि पुनरीक्षण कार्य के दौरान जनसहभागिता और सूचना प्रसार पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि प्रत्येक पात्र नागरिक अपना नाम मतदाता सूची में जोड़ सके और लोकतंत्र के इस महापर्व में भागीदारी सुनिश्चित कर सके।