
हाथरस 16 अक्टूबर । कृषि उत्पादन मंडी समिति में मंगलवार को अत्यधिक भीड़ और मारामारी को देखते हुए धान की आवक रोक दी गई। कई किसान देर रात मंडी के बाहर इंतजार करते रहे, जबकि कुछ रातभर मंडी के आसपास खड़े रहे। बुधवार सुबह जब प्रवेश मिला, तब किसानों ने धान बेच पाया। बुधवार को लगभग 20 हजार क्विंटल धान खरीदा गया। गुरुवार को मंडी में लगभग 25-30 हजार क्विंटल धान की खरीद की गई। मंडी में आवक बढ़ने का मुख्य कारण खेती का मशीनीकरण बताया जा रहा है। अब धान की कटाई कंबाइन हार्वेस्टर मशीन से होती है, जिससे एक दिन में 50 बीघा तक कटाई संभव है। त्योहार नजदीक होने के कारण कटाई की गति और बढ़ गई है। धान की अत्यधिक आवक के कारण खैर, राया और मथुरा की मंडियां भी बंद कर दी गई थीं। मंडी प्रशासन ने आढ़तियों के माध्यम से किसानों को फिलहाल आने से रोकने का प्रयास किया। मंडी में खरीदे गए धान की निकासी पर जोर दिया गया। टिनशेड में संग्रहित धान को बोरियों में भरकर ट्रकों के माध्यम से हरियाणा की चावल मिलों और निर्यातकों को भेजा गया। बुधवार को मंडी से लगभग 55 हजार क्विंटल धान बाहर निकाला गया। अलीगढ़ रोड पर ट्रैफिक जाम: गुरुवार को अलीगढ़ रोड पर दोपहर 12 बजे तक भारी ट्रैफिक रहा, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बीएलएस इंटरनेशनल स्कूल और सेंट फ्रांसिस स्कूल की वजह से स्कूली छात्रों को भी जाम से निकलने में कठिनाई हुई। हाथरस मंडी में धान का रेट 2400 से 2950 रुपये प्रति कुंटल के बीच है।








