हाथरस 22 जून । प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक, समावेशी और भविष्य उन्मुख बनाने की दिशा में हाथरस जिले को बड़ी सौगात मिली है। जिले में मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालय के निर्माण कार्य की शुरुआत हो चुकी है। यह विद्यालय प्रदेश सरकार की उन 39 प्राथमिक योजनाओं में शामिल है, जिनका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हाल ही में शिलान्यास किया गया था। हाथरस में बनने वाला यह विद्यालय जिले की पहली एकीकृत शिक्षा संस्थान होगा, जिसमें प्री-प्राइमरी से लेकर 12वीं तक की शिक्षा एक ही परिसर में दी जाएगी। लगभग 30 करोड़ रुपये की लागत से 5 से 10 एकड़ भूमि में विकसित हो रहे इस विद्यालय को स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल सुविधाएं और खेल संसाधनों से लैस किया जा रहा है।
क्या होगी विद्यालय की खासियत
✅ 30 स्मार्ट क्लासरूम
✅ डिजिटल लाइब्रेरी व कंप्यूटर लैब
✅ आधुनिक विज्ञान प्रयोगशाला
✅ मिनी स्टेडियम व खेल मैदान
✅ कौशल विकास केंद्र व वर्कशॉप
✅ शिक्षकों के लिए आवासीय सुविधा
✅ सीसीटीवी वाई-फाई युक्त परिसर
हर जिले में बनेंगे दो-दो विद्यालय
सरकार की योजना है कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में पहले चरण में एक-एक विद्यालय, और दूसरे चरण में प्रत्येक जिले में एक और विद्यालय की स्थापना हो। इससे हर जिले में दो-दो मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालय होंगे, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मानकों पर आधारित होंगे।
हाथरस को क्यों है यह विद्यालय विशेष?
हाथरस जैसे उभरते जिलों में यह विद्यालय नई पीढ़ी के छात्रों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा और रोजगारपरक कौशल एक साथ देगा। ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों के छात्रों को अब बड़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। यह विद्यालय शिक्षा के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी मजबूती देगा। जनपद के शिक्षाविदों, अभिभावकों और छात्रों में इस परियोजना को लेकर उत्साह की भावना है। हाथरस में यह निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है और इसके 2026 तक पूरी तरह चालू होने की संभावना जताई जा रही है।
प्रदेश के इन जिलों में शुरू हुआ निर्माण कार्य